Russia के खिलाफ G-7 देशों के इस फैसले से भारत के लाखों लोग क्यों चिंतित
यूक्रेन से युद्ध के कारण आर्थिक प्रतबंधों का सामना कर रहे रूस पर जी-7 देशों ने एक और प्रहार किया है. रूसी अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के मकसद से जी-7 देशों ने रूसी कच्चे हीरों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. रिपोर्ट के मुताबिक, जी-7 देशों ने 1 जनवरी 2024 से रूसी मूल के कच्चे और प्रोसेस्ड (कटिंग और पॉलिशिंग) हीरों के सीधे आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है.
नए प्रतिबंधों के अनुसार रूसी हीरों का सत्यापन ट्रैसेबेलिटी आधारित होगा. इसके तहत हीरे को खनन के समय से लेकर सप्लाई चेन और ग्राहक तक ट्रैक किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हीरा रूस का नहीं है.
भारत के जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने जी-7 देशों के इस फैसले पर चिंता जताई है. काउंसिल ने आग्रह किया है कि समय सीमा को और आगे बढ़ाया जाए. दो महीना पहले ही जी-7 देशों के प्रतिनिधि हीरा व्यापार और विनिमार्ण व्यापार को समझने के लिए सूरत और मुंबई आए थे.