Wayanad landslide: केरल के जंगल में गुफा में फंसे बच्चों को मिला नया जीवन, वन विभाग ने बचाई जान
Wayanad landslide: केरल के वायनाड में भूस्खलन के बीच वन विभाग के अधिकारियों ने 6 लोगों को बचाने के लिए एक एंजल की तरह काम किया। इस परिवार को एक पहाड़ी पर स्थित गुफा में फंसे हुए पाया गया, जिसके सामने एक गहरा गड्डा था। चार सदस्यीय टीम ने इस परिवार को बचाने के लिए जंगल के खतरनाक रास्ते को पार किया।
वायनाड में भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है। इस बीच, वन विभाग के अधिकारियों ने जंगल में फंसे एक आदिवासी परिवार को सुरक्षित निकाल लिया। कलपट्टा रेंज वन अधिकारी के हसीश के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने आदिवासी परिवार को बचाया, जिसमें 1 से 4 साल के चार बच्चे शामिल थे। इस परिवार में कुल 6 लोग थे।
भोजन की कमी का सामना
हसीश से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह परिवार वायनाड की पनिया जनजाति से संबंधित है और वे एक पहाड़ी की चोटी पर गुफा में फंसे हुए थे, जिसके सामने एक गहरा गड्डा था। वन विभाग के अधिकारियों की टीम को गुफा तक पहुंचने में चार घंटे और 30 मिनट का समय लगा।
हसीश ने बताया कि इस परिवार की आदिवासी जनजाति की विशेष श्रेणी से है, जो सामान्यतः बाहरी लोगों से मेलजोल नहीं रखती। उन्होंने कहा कि भूस्खलन और भारी बारिश के कारण उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं बचा था। फिलहाल, उन्हें अट्टामला कार्यालय में रखा गया है और बच्चे अब सुरक्षित हैं।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की सराहना
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आठ घंटे के इस ऑपरेशन में वन विभाग के साहस की सराहना की, जिसमें उन्होंने पश्चिमी घाटों के जंगल क्षेत्रों में यात्रा की।
पिनाराई विजयन ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “भूस्खलन प्रभावित वायनाड के एक दूरस्थ आदिवासी बस्ती से छह कीमती जानों को बचाया गया। हमारे साहसी वन अधिकारियों की 8 घंटे की थकावट भरी ऑपरेशन ने यह संभव किया।” उन्होंने आगे कहा, “हम भविष्य में मिलकर काम करेंगे और और मजबूत बनेंगे।”