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Voice Cloning: एक गलती से भारी नुकसान, ऐसे पहचानें और बचें इस धोखाधड़ी से

वॉयस क्लोनिंग: सावधान! एक गलती से भारी नुकसान, ऐसे पहचानें और बचें इस धोखाधड़ी से

देश में एक नया घोटाला चल रहा है, जिसका शिकार कोई भी हो सकता है। इस घोटाले का नाम है वॉयस क्लोनिंग। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह हर साल 38 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। वॉयस क्लोन घोटाले के ज्यादातर शिकार आपके अपने और करीबी लोग होते हैं।

वॉयस क्लोनिंग: सावधान! एक गलती से भारी नुकसान, ऐसे पहचानें और बचें इस धोखाधड़ी से

देश में एक नया घोटाला चल रहा है, जिसका शिकार कोई भी हो सकता है। इस घोटाले का नाम है वॉयस क्लोनिंग। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह हर साल 38 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। वॉयस क्लोन घोटाले के ज्यादातर शिकार आपके अपने और करीबी लोग होते हैं।

देश में हर दिन सभी प्रकार के घोटाले हो रहे हैं। कुछ लोग नकली सीबीआई और कस्टम अधिकारी बनकर ठगी कर रहे हैं, जबकि अन्य लोग आपकी पहचान चुराकर आपको धोखा दे रहे हैं। एक नया घोटाला चल रहा है, जिसका शिकार कोई भी हो सकता है। इस घोटाले का नाम है वॉयस क्लोनिंग। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह हर साल 38 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। वॉयस क्लोन घोटाले के ज्यादातर शिकार आपके अपने और करीबी लोग होते हैं।

भारत में पिछले छह महीनों में हुए सभी घोटालों में से 83 प्रतिशत वॉयस क्लोन घोटाले हैं। लोगों ने वॉयस क्लोन घोटाले में करोड़ों रुपये गंवाए हैं। आइए समझते हैं कि यह वॉयस क्लोन घोटाला क्या है और इसे कैसे पहचाना जा सकता है?

वॉयस क्लोनिंग घोटाला क्या है?
भारत में एआई वॉयस क्लोनिंग तेजी से बढ़ रही है। एआई की मदद से लोगों की आवाजों की नकल की जा रही है, यानी डुप्लीकेट आवाजें तैयार की जा रही हैं और फिर धोखाधड़ी की जा रही है। यह धोखेबाजों के लिए एक नया हथियार बन गया है। ये धोखेबाज परिवार के एक सदस्य की आवाज की नकल करके अन्य सदस्यों को कॉल करते हैं और आपात स्थिति के बहाने पैसे मांगते हैं।

कई बार वे व्यक्तिगत जानकारी भी मांगते हैं और फिर बैंक खाता खाली कर देते हैं। वॉयस क्लोन घोटाले में, किसी जान-पहचान वाले की आवाज में कॉल की जाती है और यह सब काम एआई सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाता है। आपको लगता है कि आपके किसी करीबी ने कॉल किया है लेकिन हकीकत कुछ और होती है।

एआई वॉयस क्लोन धोखाधड़ी को पहचानने के तरीके
अचानक किसी करीबी से कॉल आना: अगर आपको किसी बहुत करीबी से और वह भी एक नए नंबर से कॉल आती है, तो आपको बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। कॉल के समय का भी ध्यान रखें।

आपात स्थिति: एआई के माध्यम से आवाज की नकल करके ये ठग आपात स्थिति के बहाने कॉल करते हैं। वे आपके जान-पहचान वाले की आवाज में कहते हैं कि कोई करीबी मुसीबत में है या अस्पताल में है। ऐसे में तुरंत पैसे की जरूरत बताई जाती है।

बोलने का तरीका: किसी की आवाज की एआई के माध्यम से नकल की जा सकती है लेकिन उसकी बोलने की शैली और तरीका नकल नहीं किया जा सकता। ऐसे कॉल्स को ध्यान से सुनें और तय करें कि यह रोबोटिक कॉल है या किसी इंसान ने की है।

पैसों की मांग: अगर कोई आपको कॉल करके पैसे मांगता है, तो सतर्क रहें। इसके अलावा, अगर कोई आपसे बैंक खाता जानकारी मांगता है, तो उसे न दें, भले ही उसकी आवाज किसी जान-पहचान वाले से मिलती हो।

वॉयस क्लोनिंग: सावधान! एक गलती से भारी नुकसान, ऐसे पहचानें और बचें इस धोखाधड़ी से

देश में एक नया घोटाला चल रहा है, जिसका शिकार कोई भी हो सकता है। इस घोटाले का नाम है वॉयस क्लोनिंग। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह हर साल 38 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। वॉयस क्लोन घोटाले के ज्यादातर शिकार आपके अपने और करीबी लोग होते हैं।

देश में हर दिन सभी प्रकार के घोटाले हो रहे हैं। कुछ लोग नकली सीबीआई और कस्टम अधिकारी बनकर ठगी कर रहे हैं, जबकि अन्य लोग आपकी पहचान चुराकर आपको धोखा दे रहे हैं। एक नया घोटाला चल रहा है, जिसका शिकार कोई भी हो सकता है। इस घोटाले का नाम है वॉयस क्लोनिंग। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह हर साल 38 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। वॉयस क्लोन घोटाले के ज्यादातर शिकार आपके अपने और करीबी लोग होते हैं।

भारत में पिछले छह महीनों में हुए सभी घोटालों में से 83 प्रतिशत वॉयस क्लोन घोटाले हैं। लोगों ने वॉयस क्लोन घोटाले में करोड़ों रुपये गंवाए हैं। आइए समझते हैं कि यह वॉयस क्लोन घोटाला क्या है और इसे कैसे पहचाना जा सकता है?

वॉयस क्लोनिंग घोटाला क्या है?
भारत में एआई वॉयस क्लोनिंग तेजी से बढ़ रही है। एआई की मदद से लोगों की आवाजों की नकल की जा रही है, यानी डुप्लीकेट आवाजें तैयार की जा रही हैं और फिर धोखाधड़ी की जा रही है। यह धोखेबाजों के लिए एक नया हथियार बन गया है। ये धोखेबाज परिवार के एक सदस्य की आवाज की नकल करके अन्य सदस्यों को कॉल करते हैं और आपात स्थिति के बहाने पैसे मांगते हैं।

कई बार वे व्यक्तिगत जानकारी भी मांगते हैं और फिर बैंक खाता खाली कर देते हैं। वॉयस क्लोन घोटाले में, किसी जान-पहचान वाले की आवाज में कॉल की जाती है और यह सब काम एआई सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाता है। आपको लगता है कि आपके किसी करीबी ने कॉल किया है लेकिन हकीकत कुछ और होती है।

एआई वॉयस क्लोन धोखाधड़ी को पहचानने के तरीके
अचानक किसी करीबी से कॉल आना: अगर आपको किसी बहुत करीबी से और वह भी एक नए नंबर से कॉल आती है, तो आपको बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। कॉल के समय का भी ध्यान रखें।

आपात स्थिति: एआई के माध्यम से आवाज की नकल करके ये ठग आपात स्थिति के बहाने कॉल करते हैं। वे आपके जान-पहचान वाले की आवाज में कहते हैं कि कोई करीबी मुसीबत में है या अस्पताल में है। ऐसे में तुरंत पैसे की जरूरत बताई जाती है।

बोलने का तरीका: किसी की आवाज की एआई के माध्यम से नकल की जा सकती है लेकिन उसकी बोलने की शैली और तरीका नकल नहीं किया जा सकता। ऐसे कॉल्स को ध्यान से सुनें और तय करें कि यह रोबोटिक कॉल है या किसी इंसान ने की है।

पैसों की मांग: अगर कोई आपको कॉल करके पैसे मांगता है, तो सतर्क रहें। इसके अलावा, अगर कोई आपसे बैंक खाता जानकारी मांगता है, तो उसे न दें, भले ही उसकी आवाज किसी जान-पहचान वाले से मिलती हो।

वॉयस क्लोनिंग: सावधान! एक गलती से भारी नुकसान, ऐसे पहचानें और बचें इस धोखाधड़ी से

देश में एक नया घोटाला चल रहा है, जिसका शिकार कोई भी हो सकता है। इस घोटाले का नाम है वॉयस क्लोनिंग। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह हर साल 38 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। वॉयस क्लोन घोटाले के ज्यादातर शिकार आपके अपने और करीबी लोग होते हैं।

देश में हर दिन सभी प्रकार के घोटाले हो रहे हैं। कुछ लोग नकली सीबीआई और कस्टम अधिकारी बनकर ठगी कर रहे हैं, जबकि अन्य लोग आपकी पहचान चुराकर आपको धोखा दे रहे हैं। एक नया घोटाला चल रहा है, जिसका शिकार कोई भी हो सकता है। इस घोटाले का नाम है वॉयस क्लोनिंग। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह हर साल 38 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। वॉयस क्लोन घोटाले के ज्यादातर शिकार आपके अपने और करीबी लोग होते हैं।

भारत में पिछले छह महीनों में हुए सभी घोटालों में से 83 प्रतिशत वॉयस क्लोन घोटाले हैं। लोगों ने वॉयस क्लोन घोटाले में करोड़ों रुपये गंवाए हैं। आइए समझते हैं कि यह वॉयस क्लोन घोटाला क्या है और इसे कैसे पहचाना जा सकता है?

वॉयस क्लोनिंग घोटाला क्या है?
भारत में एआई वॉयस क्लोनिंग तेजी से बढ़ रही है। एआई की मदद से लोगों की आवाजों की नकल की जा रही है, यानी डुप्लीकेट आवाजें तैयार की जा रही हैं और फिर धोखाधड़ी की जा रही है। यह धोखेबाजों के लिए एक नया हथियार बन गया है। ये धोखेबाज परिवार के एक सदस्य की आवाज की नकल करके अन्य सदस्यों को कॉल करते हैं और आपात स्थिति के बहाने पैसे मांगते हैं।

कई बार वे व्यक्तिगत जानकारी भी मांगते हैं और फिर बैंक खाता खाली कर देते हैं। वॉयस क्लोन घोटाले में, किसी जान-पहचान वाले की आवाज में कॉल की जाती है और यह सब काम एआई सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाता है। आपको लगता है कि आपके किसी करीबी ने कॉल किया है लेकिन हकीकत कुछ और होती है।

एआई वॉयस क्लोन धोखाधड़ी को पहचानने के तरीके
अचानक किसी करीबी से कॉल आना: अगर आपको किसी बहुत करीबी से और वह भी एक नए नंबर से कॉल आती है, तो आपको बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। कॉल के समय का भी ध्यान रखें।

आपात स्थिति: एआई के माध्यम से आवाज की नकल करके ये ठग आपात स्थिति के बहाने कॉल करते हैं। वे आपके जान-पहचान वाले की आवाज में कहते हैं कि कोई करीबी मुसीबत में है या अस्पताल में है। ऐसे में तुरंत पैसे की जरूरत बताई जाती है।

बोलने का तरीका: किसी की आवाज की एआई के माध्यम से नकल की जा सकती है लेकिन उसकी बोलने की शैली और तरीका नकल नहीं किया जा सकता। ऐसे कॉल्स को ध्यान से सुनें और तय करें कि यह रोबोटिक कॉल है या किसी इंसान ने की है।

पैसों की मांग: अगर कोई आपको कॉल करके पैसे मांगता है, तो सतर्क रहें। इसके अलावा, अगर कोई आपसे बैंक खाता जानकारी मांगता है, तो उसे न दें, भले ही उसकी आवाज किसी जान-पहचान वाले से मिलती हो।

देश में हर दिन सभी प्रकार के घोटाले हो रहे हैं। कुछ लोग नकली सीबीआई और कस्टम अधिकारी बनकर ठगी कर रहे हैं, जबकि अन्य लोग आपकी पहचान चुराकर आपको धोखा दे रहे हैं। एक नया घोटाला चल रहा है, जिसका शिकार कोई भी हो सकता है। इस घोटाले का नाम है वॉयस क्लोनिंग। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह हर साल 38 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। वॉयस क्लोन घोटाले के ज्यादातर शिकार आपके अपने और करीबी लोग होते हैं।

भारत में पिछले छह महीनों में हुए सभी घोटालों में से 83 प्रतिशत वॉयस क्लोन घोटाले हैं। लोगों ने वॉयस क्लोन घोटाले में करोड़ों रुपये गंवाए हैं। आइए समझते हैं कि यह वॉयस क्लोन घोटाला क्या है और इसे कैसे पहचाना जा सकता है?

वॉयस क्लोनिंग घोटाला क्या है?

भारत में एआई वॉयस क्लोनिंग तेजी से बढ़ रही है। एआई की मदद से लोगों की आवाजों की नकल की जा रही है, यानी डुप्लीकेट आवाजें तैयार की जा रही हैं और फिर धोखाधड़ी की जा रही है। यह धोखेबाजों के लिए एक नया हथियार बन गया है। ये धोखेबाज परिवार के एक सदस्य की आवाज की नकल करके अन्य सदस्यों को कॉल करते हैं और आपात स्थिति के बहाने पैसे मांगते हैं।

कई बार वे व्यक्तिगत जानकारी भी मांगते हैं और फिर बैंक खाता खाली कर देते हैं। वॉयस क्लोन घोटाले में, किसी जान-पहचान वाले की आवाज में कॉल की जाती है और यह सब काम एआई सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाता है। आपको लगता है कि आपके किसी करीबी ने कॉल किया है लेकिन हकीकत कुछ और होती है।

एआई वॉयस क्लोन धोखाधड़ी को पहचानने के तरीके

  1. अचानक किसी करीबी से कॉल आना: अगर आपको किसी बहुत करीबी से और वह भी एक नए नंबर से कॉल आती है, तो आपको बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। कॉल के समय का भी ध्यान रखें।
  2. आपात स्थिति: एआई के माध्यम से आवाज की नकल करके ये ठग आपात स्थिति के बहाने कॉल करते हैं। वे आपके जान-पहचान वाले की आवाज में कहते हैं कि कोई करीबी मुसीबत में है या अस्पताल में है। ऐसे में तुरंत पैसे की जरूरत बताई जाती है।
  3. बोलने का तरीका: किसी की आवाज की एआई के माध्यम से नकल की जा सकती है लेकिन उसकी बोलने की शैली और तरीका नकल नहीं किया जा सकता। ऐसे कॉल्स को ध्यान से सुनें और तय करें कि यह रोबोटिक कॉल है या किसी इंसान ने की है।
  4. पैसों की मांग: अगर कोई आपको कॉल करके पैसे मांगता है, तो सतर्क रहें। इसके अलावा, अगर कोई आपसे बैंक खाता जानकारी मांगता है, तो उसे न दें, भले ही उसकी आवाज किसी जान-पहचान वाले से मिलती हो।

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