हरिकृष्ण खत्री स्मृति कला सम्मान” टीकम जोशी को मिला. मध्यप्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल रहे उपस्थित ।
रीवा : चित्रांगन फिल्म एवं नाट्य महोत्सव के अंतिम शाम कबीर कैफे की टीम ने अपनी गायकी से दर्शकों सम्मोहित कर लिया. रंग उत्सव नाट्य समिति द्वारा आयोजित चित्रांगन महोत्सव में तीन दिनों तक रीवा शहर का कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम कला कुंभ का केंद्र बना रहा. बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध अभिनेता कुमुद मिश्रा, सुब्रज्योति बरात के सधे अभिनय से तैयार नाटक ‘पुराने चावल’ से शुरू होकर कबीर गायन ‘मत कर माया का महोह’ तक सभी प्रस्तुतियां काबिले तारीफ़ रहीं. रामम सांस्कृतिक समिति के संयोजन में आयोजित चतुर्थ चित्रांगन अंतरराष्ट्रीय फिल्म एवं नाट्य महोत्सव में अंतिम दिवस फिल्मों का प्रदर्शन हुआ ।
देश भर से आए कला समीक्षक एवं साहित्यकारों द्वारा चित्रांगन महोत्सव में आए कलाकारों एवं प्रशिक्षुओं हेतु मास्टर क्लास आयोजित हुई जिसमें मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय के निदेशक टीकम जोशी ने सवालों के जवाब में बताया कि फिल्म एवं नाट्य जगत में किसी भी अभिनेता एवं कलाकार को पूरी शिद्दत के साथ कार्य करने से ही सफलता मिलती है । कलाकरों के मन मे शुरुआती दौर में मिलने वाली क्षणिक सफलता के बाद अहम या गलतफहमियां यदि जन्म लेती हैं तो कलाकार का शेष सफर खतरे में पड़ने लगता है । इसी लिए जरूरी है कि सफलता पाने की ललक पूरी विनम्रता के साथ बनी रहे । अभिनय में अभिनेता को और निर्देशक को भाषा शैली का भी ध्यान रखना आवश्यक है ।
इसी दौरान बॉलीबुड में सक्रिय कलाकार सौरभ पाण्डेय ने कहा कि अभिनय एवं कला के सभी क्षेत्र में प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है । प्रशिक्षण हेतु मध्यप्रदेश में विद्यालय की स्थापना हुई जिसके परिणाम स्वरूप आज अंकित मिश्रा जैसे प्रशिक्षित कलाकार निकले और अपने शहर में कला के दीप को प्रज्वलित किये हुए हैं । चित्रांगन फिल्म एवं नाट्य महोत्सव की आयोजक संस्था रंग उत्सव एवं संयोजक रामम संस्कृतिक समिति के सभी सहयोगी साथी बधाई के पात्र हैं जिन्होने इस महोत्सव को लगातार श्रृंखलाबद्ध रूप से जारी रखने का प्रण बनाया है ।
मध्यप्रदेश शासन एवं भारत सरकार द्वारा कला एवं संस्कृति को सहेजने के लिए इसे व्यापक बनाने के लिए प्रयास किया जा रहा है । जिस दिशा में चित्रांगन महोत्सव सकारात्मक कड़ी के रूप में स्थापित होने वाला है । रीवा के सभी युवा कलाकार एवं जनमानस बधाई के पात्र हैं । सबसे बड़ी बात यहाँ के जन प्रतिनिधि और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला जी इतने सजग तथा कला प्रेमी हैं कि पूरा नाटक देखकर जाते हैं, तथा कलाकरों को मार्गदर्शन भी प्रदान करते रहते हैं । रीवा सहित समूचे विंध्य के लिए यह गौरव की बात है ।