Malta Fever का खतरा लगातार बढ़ रहा है, जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके
Malta Fever, जिसे ब्रूसिलोसिस भी कहा जाता है, एक खतरनाक बीमारी है जो जानवरों से इंसानों में फैलती है। हाल के दिनों में इस बीमारी का खतरा लगातार बढ़ रहा है, इसलिए इसके लक्षणों और बचाव के तरीकों के बारे में जानना बहुत महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं इस बीमारी के लक्षण और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।
Malta Fever कैसे फैलता है?
यह बीमारी ज्यादातर घरेलू जानवरों से फैलती है। गाय, भैंस, बकरियाँ, भेड़ और सूअर इस बीमारी के मुख्य कारण होते हैं। इन जानवरों का उबला हुआ दूध पीने या ठीक से पके हुए मांस को न खाने से यह बीमारी इंसानों में फैल सकती है। जो लोग इन जानवरों के करीब रहते हैं, जैसे कि किसान और मवेशी पालक, वे इस बीमारी के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। इसलिए हमेशा उबला हुआ दूध पीएं और मांस को अच्छी तरह से पका कर खाएं।
Malta Fever के लक्षण
Malta Fever के लक्षण धीरे-धीरे प्रकट होते हैं और कभी-कभी सामान्य बुखार, फ्लू या थकावट जैसे अन्य बीमारियों के लक्षणों से मिलते-जुलते होते हैं।
- बुखार: लगातार या बीच-बीच में बुखार, खासकर शाम के समय।
- सरदर्द: गंभीर और लगातार सिरदर्द।
- थकावट: बिना किसी विशेष कारण के बहुत थका हुआ महसूस करना।
- पसीना: विशेषकर रात को अत्यधिक पसीना आना।
- जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द: शरीर के जोड़ और मांसपेशियों में दर्द और अकड़न।
- कमजोरी: शरीर में कमजोरी महसूस होना, जिससे सामान्य कार्य भी कठिन हो जाते हैं।
Malta Fever से बचाव के तरीके
- हमेशा दूध और दूध उत्पादों का सेवन उबालने के बाद करें।
- संक्रमित जानवरों से दूर रहें और उनके साथ काम करते समय दस्ताने और मास्क का उपयोग करें।
- कच्चे मांस को अच्छे से पका कर खाएं और कच्चा मांस न खाएं।
- यदि आप जानवरों के संपर्क में अधिक रहते हैं, तो नियमित रूप से डॉक्टर से चेकअप करवाएं।
- स्वच्छता का ध्यान रखें और खाद्य पदार्थों को साफ रखें।
इलाज और एहतियात
यदि आप Malta Fever के लक्षण महसूस करें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसका इलाज एंटीबायोटिक्स से किया जाता है, लेकिन यह बेहतर है कि इलाज जल्दी शुरू हो। डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा न लें। Malta Fever एक गंभीर बीमारी हो सकती है, लेकिन सही जानकारी और सावधानियों के साथ आप इससे बच सकते हैं।