कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में सेक्टर आफीसरों का चुनाव प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ सौरभ सोनवणे ने कहा कि सेक्टर आफीसर निर्वाचन की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। अपने सेक्टर में उसे पूरे वैधानिक अधिकार प्रदान किए जा रहे हैं। सेक्टर के सभी मतदान केन्द्रों में सुचारू मतदान की व्यवस्था में समन्वय की पूरी जिम्मेदारी सेक्टर आफीसर की होगी। सेक्टर आफीसर जितनी तन्मयता से प्रशिक्षण लेंगे उतनी ही सरलता से कार्य संपन्न होगा।
आप सब अपने निर्धारित सेक्टर का भ्रमण करके मतदान केन्द्रों के संबंध में निर्धारित प्रपत्र में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। कानून व्यवस्था तथा वर्नबेलिटी के संबंध में भी पूरी जानकारी दें। सेक्टर आफीसर मतदान दल रवाना होने से लेकर मतदान सामग्री जमा होने तक मतदान दल के साथ रहें। मतदान दल को किसी भी तरह की कठिनाई आने पर उसका समाधान सेक्टर आफीसर को ही करना है।
प्रशिक्षण में उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रेयस गोखले ने कहा कि विधानसभा चुनाव में सभी सेक्टर आफीसरों ने बहुत अच्छा कार्य किया। मतदान के संबंध में जानकारी दर्ज करने में लगभग 10 पीठासीन अधिकारियों ने गलती की। सेक्टर आफीसर मतदान संबंधी जानकारियों में हस्ताक्षर करने से पहले पीठासीन अधिकारी के द्वारा तैयार सभी प्रपत्र देख लेंगे तो किसी भी तरह की गलती नहीं रहेगी। ईव्हीएम के संचालन के संबंध में भी सेक्टर आफीसर पूरा अभ्यास कर लें। बहुत छोटी सी कठिनाई पर कई बार ईव्हीएम को बदलने की नौबत आ जाती है। ईव्हीएम संचालन की जानकारी होने पर इन कठिनाईयों को दूर किया जा सकता है। ईव्हीएम बदलते समय भी निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पूरी तरह से पालन करें।
प्रशिक्षण देते हुए सुपर मास्टर ट्रेनर तथा नोडल अधिकारी प्रशिक्षण डॉ अमरजीत सिंह ने कहा कि सेक्टर आफीसर मतदान को सुचारू सम्पन्न कराने के साथ मतदान केन्द्र की व्यवस्था के लिए भी पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। सेक्टर अधिकारियों को प्रशिक्षण देते हुए मास्टर ट्रेनर ने कहा कि सेक्टर आफीसर मतदान की प्रक्रिया, इलेक्ट्रानिक मशीन के संचालन, चुनाव प्रबंधन, निर्वाचन की आदर्श आचरण संहिता तथा निर्वाचन आयेाग के निर्देशों का बारीकी से गहन अध्ययन करें। चुनाव से जुड़ी हर तरह की जानकारी होने पर ही सेक्टर आफीसर अपना कार्य कर सकेंगे।
मतदान सामग्री के वितरण, मतदान की तैयारी, मतदान की प्रक्रिया तथा मशीनों की सीलिंग पर विशेष ध्यान दें। मतदान माकपोल के बाद ही शुरू होगा। इसका प्रमाण पत्र मतदान शुरू होने के तत्काल बाद सेक्टर आफीसर को निर्वाचन कार्यालय को प्रस्तुत करना है। ग्राम स्तरीय कर्मचारियों से लेकर एसडीएम, तहसीलदार तथा निर्वाचन से जुडी अधिकारियों के मोबाईल नम्बर उपलब्ध दिए गए हैं। अपने सेक्टर के अधिकारियों से नियमित सम्पर्क में रहें।
मास्टर ट्रेनर ने सेक्टर अधिकारियों को मतदान दिवस के कार्य, कानून और व्यवस्था बनाए रखने, मतपत्र लेखा तैयार करने, पीठासीन की डायरी तथा 16 बिन्दुओं क प्रपत्र को भरने की जानकारी दी। प्रशिक्षण में मतदाता सूची, अमिट निशान लगाने, चैलेन्ज वोट, प्राक्सी वोट का प्रशिक्षण दिया गया। वोटिंग मशीन का सैद्धांतिक तथा व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में सभी सेक्टर आफीसर उपस्थित रहे।