Singrauli news सिंडिकेट बनाकर एमआरपी से ज्यादा रेट पर बेची जा रही शराब आबकारी अधिकारी और ठेकेदारों की चांदी, लूट रहे शराब प्रेमी

Singrauli news सिंगरौली जिले में शराब दुकानों ने सिंडिकेट बनाकर गैर कानूनी तरीके से एमआरपी से ज्यादा रेट पर शराब बेचना शुरू कर दिया है. शराब दुकान पर 180 रुपये की बीयर की बोतल 260 रुपये में बेची जा रही है, जबकि आबकारी एक्ट के तहत कोई भी शराब ठेकेदार अधिकतम बिक्री कीमत से ज्यादा पर शराब नहीं भेज सकता. यदि वह ऐसा करता है तो उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाता है।
बता दें कि जिले में किसी दुकान में शराब की रेट लिस्ट नहीं लगाई गई है। कई बार शिकायतें हुई तो दिखावे के लिए एक-दो दिन के लिए रेट लिस्ट लगे जरूर गई लेकिन फिर उसे हटा दिया गया। बीते दो साल से शराब ठेकेदार ग्राहकों से 25 प्रतिशत ज्यादा दामों पर वसूली कर रहे हैं. यह केवल एक दुकान का मामला नहीं है,

बल्कि जिले के शराब ठेकेदारों ने सिंडिकेट बना लिया है और सभी लोग मिलकर गैर कानूनी तरीके से शराब के दाम बढ़ाए हुए हैं. सूत्र बताते हैं कि एमआरपी से अधिक रेट पर शराब बेचकर कारोबारी साल भर में करोड़ों नहीं बल्कि अरबो रुपए की अवैध कमाई कर रहे हैं। शराब कारोबारियों के इस खेल में आबकारी विभाग बराबर का राजदार है और उसे भी हर महीने कमीशन पहुंच रहा है। यही वजह है कि शराब ठेकेदारों पर विभाग कोई कार्यवाही नहीं करता।
सिंडिकेट बनाकर शराब प्रेमियों को लूट रहे बताया जाता है कि जिले में शराब ठेकेदारों रों ने माफिया की भांति सिंडिकेट बना लिया है. सभी ठेकेदारों की शराब दुकानों का संचालन सिंडिकेट द्वारा किया जा रहा है. सिंडिकेट में ही शराब दुकानों में मुनाफाखोरी शुरू की है. लगातार एमआरपी से ज्यादा दाम पर शराब बेचने की शिकायत जिला प्रशासन के पास पहुंच रही है. इसके अलावा खरीददारों को नियम विरुद्ध शराब खरीदी का पक्का बिल भी नहीं दिया जा रहा है। इसकी शिकायत आबकारी विभाग में होती है लेकिन ठेकेदारों पर कोई कार्यवाही नहीं होती।