Sidhi news सहकार ग्लोबल कंपनी की जी हुजूरी करने लगे रेत माफिया अब पेटी कांट्रेक्टर बतौर रेत उठाव के लिए अधिकतर लोग कर रहे पैरवी
जिले के रेत खदानों में भाजपा सहित कुछ नेताओं की कोशिशें रहीं लेकिन सफलता अर्जित नहीं हो पाई। जिस वह से मुंबई के सहकार ग्लोबल को रेत का खदान सीधी जिले में मिला है। इसके पहले भी वह सिंगरौली एवं शहडोल में रेत खदान संचालित कर रहा था। इसके साथ ही टोल प्लाजा भी उन्हीं के मार्फत चल रहा है। ऐसे में अब कुछ नेता एवं उनके करीबी इन कोशिशों में लगे हैं कि हमें पेटी कांट्रेक्टर बतौर कुछ खदानों में वाहनों के संचालन सहित हिस्सेदारी हांसिल हो जाए।
मालूम हो कि सहकार ग्लोबल बड़ी कंपनी है, प्रशासन के हस्तक्षेप इन पर भी मानी जा सकती है। जिस वजह से तमाम नेताओं ने कसरतें किया लेकिन कामयाबी हांसिल नहीं हुई। सीधी जिले के जाने-माने कुछ नेता भी जोर आजमाइश किए थे परंतु सहकार ग्लोबल को ही ठेका रेत के लिए मिला है। जब सफलता हीं मिली तो अब नेताओं के करीबी लोग यह चाह रहे हैं कि हमें रेत खदानों में हिस्सेदारी मिल जाए। कुछ लोग वाहनों के लिए तो कुछ हिस्सेदारी बनकर काम करने की जुगाढ़ में लगे हुए हैंं। ऐसे में किसे सफलता मिलती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा परंतु जिले के सांसद-विधायक सहित अन्य नेताओं की दाल रेत मामले में ही गली है। प्रदेश सरकार के हिसाब से भले ही टेंडर प्रक्रिया ऑनलाईन हुई है परंतु कुछ न कुछ सरकार भी हांथ रहा होगा जिस वजह से सहकार ग्लोबल को रेत का ठेका मिला है।
जिले के 18 खदानों में रेत का होना है संचालन
सीधी जिले के 18 खदानों में रेत का संचालन होना है। जिसकी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जिसमें कि सहकार ग्लोबल द्वारा पूरी प्रक्रिया बनाई जा रही है। जिन्होने 83 करोड़ 83 लाख रुपए का टेंडर लेकर एक बड़ा झटका अन्य लोगों को दिया है अब वह रेत का खदान कैसे संचालित कर पाएंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा परंतु जिले के कुछ लोग उन संविदाकार की पैरवी कर रहे हैं कि कहीं हमें भी स्थान मिल जाए।