Sidhi news विधायक की पहल पर 20 वर्ष बाद शहीद के परिजनों को मिला न्याय मुख्यमंत्री से मुलाकात कर दिलाई गई 10 लाख रुपए की राशि

विधायक की पहल पर 20 वर्ष बाद शहीद के परिजनों को मिला न्याय मुख्यमंत्री से मुलाकात कर दिलाई गई 10 लाख रुपए की राशि
Sidhi news सिहावल विधायक विश्वामित्र पाठक की पहल पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा 20 वर्ष पूर्व नक्सली हमले में शहीद हुए परिजनों को सहायता राशि दिलवाई गई है। उनके द्वारा यह राशि सीधे मुख्यमंत्री निवास में जाकर दिलवाने का काम किया गया। जहां कि मुख्यमंत्री ने शहीद की बेटी को गले लगाकर वादा किया कि हर काम हम पूरा करेंगे। मालूम हो कि दंतेवाड़ा नक्सली हमले में शहीद का परिवार 20 वर्षों से भटक रहा था।
जिला प्रशासन सहित तमाम गुहार लगाया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस दौरान सिहावल विधायक विश्वामित्र पाठक से शहीद के परिजन जब मिले तब वे शहीद रामसिया मिश्रा की दोनो पुत्री को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात कराए। जहां कि मुख्यमंत्री द्वारा निकटतम वैध वारिशों को व्यक्तिगत आर्थिक नियमों को शिथिल करते हुए मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई।

छत्तीसगढ़ में शहीद हुए थे रामशिया
मालूम हो कि सीधी जिले के सिहावल जनपद अंतर्गत बघोर गांव के निवासी रामसिया मिश्रा 1 जून 2005 को छत्तीसगढ़ राज्य के दंतेवाड़ा में पदस्थ थे। जहां नक्सलियों के हमले में वह शहीद हो गए थे। शहीद होने के बाद अधिकारियों द्वारा शव को घर पहुंचाया गया था किंतु उनके परिजनों को नौकरी, स्मारक सहित आर्थिक सहायता उपलब्ध नहीं कराई गई। जिस वजह से शहीद के परिजन जमीन की बिक्री करके जीविकोपार्जन करने को मजबूर रहे। जहां कि विधायक ने यह बड़ी उपलब्धि के साथ राशि हांसिल कराए हैं। शहीद रामसिया मिश्रा की पत्नी सावित्री मिश्रा के दो पुत्री प्रियंका व काजल हैं तथा एक पुत्र सोनू मिश्रा हैं। जिसमें सबसे बड़ी पुत्री प्रियंका व दूसरे नंबर पर पुत्र सोनू तथा तीसरी पुत्री काजल मिश्रा हैं। शहीद के दौरान इनकी उम्र बहुत कम थी। विधायक के इस प्रयास से परिजनों में उनके प्रति आभार ज्ञापित किया गया।


हमें भोपाल में मिली जानकारी तब दिलाई सहायता राशिः विश्वामित्र
इस संबंध में सिहावल विधायक विश्वामित्र पाठक ने कहा कि हम भोपाल मीटिंग में गए थे इस दौरान 4 दिन पहले शहीद का लडक़ा एवं उनकी पुत्री भोपाल में मिले। हमें नहीं पता था। इसके बाद हम सीधे मुख्यमंत्री से मुलाकात करवाए। जहां कि मुख्यमंत्री ने तत्काल 10 लाख रुपए की सहायता राशि दिलवाए हैं। उन्होने बताया कि शहीद के परिवार के साथ हम सीएम मंत्रालय गए थे। साथ ही विधायक ने कहा कि हम बघोर हायर सेकेण्ड्री स्कूल का नाम शहीद रामशिया के नाम पर रखेंगे एवं वहां मार्ग भी शहीद के नाम पर रखा जाएगा। साथ ही उनका स्मारक भी बनाने का काम किया जाएगा।