Sidhi news कचरा संधारण को लेकर अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ शिकायत
बीएमडब्लयू प्रभारी पंकज सिंह की मिलीभगत से हो रही मनमानी

कचरा संधारण को लेकर अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ शिकायत बीएमडब्लयू प्रभारी पंकज सिंह की मिलीभगत से हो रही मनमानी
Sidhi news सीधी जिला चिकित्सालय अंतर्गत कचरा संधारण को लेकर शिकायत सिविल सर्जन सहित सीएमओ भी भी की जा चुकी है। इस मामले में संदीप कुमार मिश्रा द्वारा उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री को आवेदन देकर आग्रह किया है कि जिला चिकित्सालय सीधी के आयो मेडिकल वेस्ट का कार्य प्रभार जिन्हें दिया गया वह अपना कार्य निष्ठा पूर्वक संपादित नहीं कर रहे हैं।
पंकज सिंह बघेल सहायक प्रबंधक जिला चिकित्सालय सीधी वर्तमान सिविल सर्जन को गुमराह करते हुए कार्यालयीन आदेश क्रमांक 9755-9803 दिनांक 13 सितंबर 2024 जिला चिकित्सालय के वायो मेडिकल वेस्ट का प्रभार अपने नाम करा लिए तथा आवेदक से बिना प्रभार लिए फर्जी रजिस्टर तैयार कर 18 लाख का भुगतान कमीशनखोरी के चक्कर में मे. इन्डोवाटर मैनेजमेंट सतना को 18 अक्टूबर 2024 को प्रभारी लेखापाल विनोद रजक सहायक ग्रेड 3 जिला चिकित्सालय सीधी की सहभागिता से भुगतान कर दिया गया है। जिसका निष्पादन आज दिनांक तक नहीं किया गया है। जबकि दिनांक 5 सितंबर 2024 को डॉ. पंकज जैन संचालक एमपीएचएससीएल भोपाल की टीम द्वारा औचक निरीक्षण किया गया तथा स्टोर कीपर सिविल सर्जन एकाउंट साखा श्री विनोद रकज तथा पंकज सिंह बघेल को सख्त निर्देशित किया गया था कि जब तक स्टोर की एक्सपायरी दवा का निष्पादन मे. इन्डोवाटर मैनेजमेंट सतना द्वारा नहीं किया जाता तब तक उसके देयकों का भुगतान नहीं किया जाए।
मामले में सिविल सर्जन ने भी दी जानकारी
इस मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉ. दीपारानी इसरानी द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया है कि जिला चिकित्सालय सीधी में अभिलेखन समिति द्वारा अपलेखित दवाइयां जिनकी अवसान तिथि बीत चुकी है एवं वर्तमान में रखी हुई हैं जो वायो मेडिकल वेस्ट की श्रेंणी में आती हैं। उनका नियमानुसार डिस्पोजल कराना आवश्यक है। जिस संबंध में सिविल सर्जन द्वारा पत्र क्रमांक 9492 दिनांक 9 सितंबर 2024 मे. चित्राकिरण विस्ट मैनेजमेंट प्रायवेट लिमिटेड को पत्र जारी किया गया। उसमें उल्लेखित किया गया है
कि कई बार दूरभाष से भी अवगत कराया गया किंतु संबंधित द्वारा आज दिनांक तक उक्त अपलेखित दवाइयां जिला चिकित्सालय के स्टोर में नहीं ले जाया गया है। जिस वजह से तीन दिवस के अंदर समस्त दवाइयां औसत भंडारण जिला चिकित्सालय में ले जाकर डिस्पोज के लिए पत्र जारी किया गया। इस मामले में सिविल सर्जन डॉ. दीपारानी इसरानी ने कहा कि जो शिकायतें हैं वह निराधार हैं। मामले में जो भी दोषी होंगे शीघ्र कार्यवाही कराई जाएगी।
