Sidhi news प्राईवेट कोचिंग की मनमानी पर प्रशासन की नही है नजर बिना पंजीयन के संचालित है सैकड़ों कोचिंग सेंटर

प्राईवेट कोचिंग की मनमानी पर प्रशासन की नही है नजर बिना पंजीयन के संचालित है सैकड़ों कोचिंग सेंटर
Sidhi news सीधी जिले में बिना पंजीयन के कोचिंग सेंटर संचालित करने की होड़ मची है। जिला मुख्यालय समेत कस्बाई क्षेत्रों में सैकड़ों कोचिंग सेंटर नियमों के विरूद्ध संचालित हो रहे है। जिनकी जांच करने की आवश्यकता तक प्रशासन द्वारा नही समझी जा रही है। लिहाजा मनमानी शुल्क लेकर कोचिंग सेंटर के संचालकों द्वारा पठन-पाठन के नाम पर औपचारिकता का निर्वहन किया जा रहा है।
शहर में कई कोचिंग सेंटरो द्वारा बाहर से विशेषज्ञों का मार्गदर्शन दिलाने के नाम पर मोटी शुल्क वसूला जाता है। यहां तक कि नौकरी के संबंध में भी कई कोचिंग सेंटर लंबे समय से संचालित हो रहे है। जिनमें पढऩे के बाद भी संबंधित विद्यार्थियों को कोई लाभ नही मिलता। जिले में शिक्षा की व्यवस्था सुदृढ़ी करण, निजी ट्यूसन, कोचिंग केन्द्रों के नियमों का खुलेआम उल्लंघन होने के बाद भी संबंधित अधिकारियों द्वारा इस पर कोई कार्रवाई करने की आवश्यकता नही समझी जा रही है
जिसके चलते शहर के ज्यादातर गलियों में कोचिंग सेंटरों का संचालन बेखौफ होकर किया जा रहा है। सेंटर संचालकों द्वारा ज्यादा से ज्यादा छात्र-छात्राओं को आकर्षित करने के लिये तरह-तरह के झूठे प्रलोभन दिये जा रहे है। तत्संबंध में चर्चा करते हुये कई छात्र-छात्राओं ने बताया कि सीधी शहर में करीब पांच वर्षो के अंदर ही सैकड़ों कोचिंग सेेंटर संचालित हो चुके है। ज्यादातर कोचिंग सेंटर कई पालियों में संचालित हो रहे है। इनमें कक्षा-6 से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिये अलग व्यवस्था की गई है
जबकि कालेजी विद्यार्थियों के लिये विशेष व्यवस्थाओं का दावा किया जा रहा है। कोचिंग सेंटरों में साल भर पढऩे के बाद भी ज्यादातर विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम संतोषजनक नही रहता। जबकि उनके अभिभावकों द्वारा कोचिंग सेंटर संचालकों को मुंहमांगी शुल्क का भुगतान किया जा रहा है। जिला मुख्यालय में ही नजर दौड़ाई जाए तो यहां कई तरह की कोचिंग क्लासेस संचालित हो रही हैं। कुछ ऐसी भी कोचिंग चल रही हैं जिनके द्वारा जल्द ही इंग्लिश बोलने की गारंटी मौखिक तौर पर दी जाती है। यहां एडमिशन लेने के बाद मालूम पड़ता है

कि सालों फीस देने के बाद भी स्पष्ट रूप से इंग्लिश बोलना एवं समझना नहीं आ पाता। प्रशासन की अनदेखी के चलते सीधी जिले में कोंचिंग सेंटर एक अवैध कारोबार का रूप ले चुका है। जिसे समय रहते नही रोंका गया तो इस भंवर जाल में विद्यार्थी फसंते रहेगें।