Rewa news शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय मे मनाया गया युवा दिवस छात्रों एवं स्टाफ ने किया योगाभ्यास

शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय मे मनाया गया युवा दिवस छात्रों एवं स्टाफ ने किया योगाभ्यास
Rewa news शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय में 12 जनवरी 2025 को स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय युवा दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दिन का आयोजन युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित करने और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने के उद्देश्य से किया गया। महाविद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में छात्रों और स्टाफ ने बड़ी संख्या में भाग लिया। शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय में स्वामी विवेकानन्द कॅरिअर मार्गदर्शन प्रकोष्ट के संयोजन मे विद्यार्थियों द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में उत्साहपूर्वक मनाया गया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के क्रीड़ा विभाग द्वारा सामूहिक सूर्य नमस्कार एवं योगाभ्यास का आयोजन किया गया। योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. रवींद्र नाथ तिवारी ने कहा, “योग न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि मन को भी स्थिरता प्रदान करता है। छात्रों और स्टाफ के लिए यह मानसिक तनाव को कम करने और कार्यक्षमता बढ़ाने का अद्वितीय साधन है।” उन्होंने छात्रों से नियमित योगाभ्यास करने की अपील की। स्वामी विवेकानंद प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. विवेक वर्मा ने अपने संबोधन में कहा, “स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को सशक्त और प्रेरित करने के लिए शारीरिक और मानसिक फिटनेस पर जोर दिया था।
योग उनके विचारों का एक अभिन्न अंग है, जो छात्रों को न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी मजबूत बनाता है।” कार्यक्रम के दौरान सामूहिक सूर्य नमस्कार और योगाभ्यास का विशेष आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों के साथ-साथ प्राध्यापक और कर्मचारीगण ने सक्रिय भागीदारी की। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना था, बल्कि युवा शक्ति को आत्म-प्रेरणा और अनुशासन की ओर अग्रसर करना भी था।

कार्यक्रम में एनसीसी प्रभारी लेफ्टिनेंट डॉ. जितेंद्र कुमार त्रिपाठी, एनएसएस प्रभारी डॉ. विनीता कश्यप, महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण, कर्मचारीगण और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने सामूहिक योगाभ्यास में भाग लिया और इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन स्वामी विवेकानंद के विचारों और युवाओं के प्रति उनके योगदान को स्मरण करते हुए किया गया।