Rewa news महिलाएं समाज के उन्नति की अहम बुनियादः डॉ. मीनाक्षी मिश्रा
पत्रकारिता विवि में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

Rewa news रीवा। महिलाओं के सम्मान के प्रतीक अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार 07 मार्च को माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय रीवा परिसर के बाल बल्देव सिंह सभागार में धूमधाम से किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना एवं अतिथियों का स्वागत गुलदस्ता से किया गया। कार्यक्रम की इस कड़ी में लोक गायिका मणिका पाण्डेय ने बघेली लोकगीत, बनारसी ठुमरी एवं होली गीत से कार्यक्रम में समा बांधा। तत्पश्चात महिला सशक्तिकरण से जुड़े नाटक व झांकियों का प्रदर्शन किया गया। उक्त कार्यक्रम का आयोजन परिसर निदेशक डॉ संदीप भट्ट के मार्गदर्शन में किया गया।
पत्रकारिता विवि में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बाल कल्याण समिति रीवा की अध्यक्ष एवं किशोर न्याय बोर्ड रीवा की पूर्व सदस्य डॉ. मीनाक्षी मिश्रा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस न केवल एक तारीख है, बल्कि अब यह नारी सशक्तिकरण और समानता के संघर्ष का प्रतीक बन चुका है। इस दिन का महत्व न सिर्फ महिलाओं की सफलता और बलिदान को मान्यता देने के लिए है, बल्कि यह हमें याद दिलाता है कि समाज को समान और सुरक्षित बनाने के लिए हमें और भी अधिक प्रयास करने होंगे। 8 मार्च सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि नारी शक्ति के संघर्ष, संकल्प और सफलता का उत्सव है। महिलाओं का सम्मान सिर्फ एक परंपरा या औपचारिकता नहीं, बल्कि समाज की उन्नति और विकास की सबसे अहम बुनियाद है।





महिला दिवस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रीवा शहर पुलिस अधीक्षक शिवाली चतुर्वेदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज के समय में महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। साक्षरता के मामले में भले ही महिलाओं की स्थिति अभी पुरुषों के मुकाबले कम है लेकिन दूसरी ओर अगर हम देखें तो विभिन्न परीक्षाओं में लड़कियां ही आज लड़कों से आगे निकलती दिखाई देती हैं। चिकित्सा, विज्ञान, इंजीनियरिंग से संबंधित सभी क्षेत्रों में महिलाएं आज नेतृत्व कर रही हैं। व्यापार, अंतरिक्ष, खेल, राजनीति इत्यादि क्षेत्रों में भी वे नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय परिसर के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. बृजेंद्र शुक्ल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह दिन उन महिलाओं की उपलब्धियों का सम्मान करने का दिन है जिन्होंने इतिहास को आकार दिया। यह एक अनुस्मारक है कि हर महिला अपनी ताकत और अनुग्रह के माध्यम से दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने की शक्ति रखती है। अंतरिक्ष से लेकर मंगल मिशन तक नारी शक्ति ने परचम लहराया है।
वहीं कम्प्यूटर विभाग के समन्वयक रवि साहू ने महिला दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि कोई मनुष्य अपनी माता, बहन या पत्नी का सत्कार करता हैं तो वह अवश्य ही दूसरों की माता, बहनों, का भी सत्कार करेगा। मां ही अपने बच्चे को संस्कार देती है।
इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की शिक्षिकाओं और महिला कर्मचारियों द्वारा एक नाटक प्रस्तुत किया जिसमें 16वीं सदी से 21वीं तक महिलाओं के जीवन में होने वाले संघर्ष को दर्शाया गया । अन्य प्रस्तुतियों में विवि की छात्रा शुभी पाठक, अपर्णा जायसवाल, शिवानी शर्मा ने सहभागिता की। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका तान्या गुप्ता छात्रा अनामिका सेन और प्राप्ति तिवारी द्वारा किया गया। आभार शिक्षिका नेहा विश्वकर्मा ने किया।