Rewa news नेशनल जूरिस्ट कॉन्फ्रेंस ऑन स्पिरिचुअल एंपावरमेंट फॉर हेल्दी एंड लॉफुल सोसाइटी का आयोजन किया गया।

Rewa news रीवा के ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा 1 मार्च 2025 को “नेशनल जूरिस्ट कॉन्फ्रेंस ऑन स्पिरिचुअल एंपावरमेंट फॉर हेल्दी एंड लॉफुल सोसाइटी” का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन की तैयारियाँ पिछले दो महीनों से की जा रही थीं, जिसमें न्यायिक जगत से जुड़े व्यक्तियों जैसे न्यायाधीशों, वकीलों, लॉ स्टूडेंट्स एवं प्रशासनिक अधिकारियों को आमंत्रित करने हेतु व्यापक स्तर पर प्रयास किए गए। इस दौरान रीवा शहर एवं ग्रामीण अंचल के प्रतिष्ठित संस्थानों, अधिवक्ता संघ, प्रशासनिक अधिकारियों, बैंक संस्थाओं एवं अन्य सामाजिक संगठनों से विशेष सहयोग प्राप्त हुआ। सम्मेलन की जानकारी प्रसार हेतु सैकड़ों ब्रह्माकुमारी भाई-बहनों ने विभिन्न बैठकों, प्रेस वार्ताओं एवं व्यक्तिगत संपर्क अभियानों का संचालन किया, जिससे लगभग 10,000 लोगों तक संदेश पहुँचाया गया।
यह भव्य आयोजन रीवा ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र के समीप स्थित वृंदावन गार्डन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का मार्गदर्शन बीके निर्मला दीदी ने किया एवं संचालन में बीके प्रकाश भाई सहित कई वरिष्ठ राजयोगियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। रीवा के अलावा, चाकघाट, देवतालाब, मनगवां, छिजवार, इंदिरा नगर एवं अन्य सेवा केंद्रों से समर्पित भाई-बहनों ने भी अपनी सेवाएँ दीं।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों के पारंपरिक स्वागत से हुई, जिसमें ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा तिलक एवं पुष्पगुच्छ अर्पण किया गया। कुमारी छवि मिश्रा द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत ने सभी का मन मोह लिया। इसके पश्चात बीके इंदु बहन ने संस्थान का परिचय एवं उद्देश्य बताया।
मुख्य वक्ता हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस बी. राठी जी ने समाज में बढ़ते मानसिक तनाव एवं अपराध के पीछे नकारात्मक चिंतन को मुख्य कारण बताया। उन्होंने आध्यात्मिकता के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य को सशक्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ एवं न्यायपूर्ण समाज की स्थापना के लिए आत्म-नियंत्रण एवं नैतिकता आवश्यक है।

इसके बाद रीवा संभाग के आईजी श्री साकेत जी ने पुलिस विभाग में आध्यात्मिकता एवं मानसिक संतुलन की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि तनावमुक्त जीवन जीने और समाज में सद्भाव बनाए रखने के लिए मानसिक सशक्तिकरण आवश्यक है। बीके नथमल भाई (उड़ीसा) ने बताया कि अधिवक्ता समाज में न्याय व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ नैतिक जागरूकता फैलाने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने भारत की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी के जीवन का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में ब्रह्माकुमारी संस्थान से राजयोग सीखकर आत्मबल बढ़ाया और देश की सर्वोच्च पदवी तक पहुँचीं।
कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी हुईं, जिसमें कुमारी अंशिका बहन के भक्ति गीत ने सभी को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। समापन सत्र में “नशा मुक्त भारत अभियान” के अंतर्गत सभी प्रतिभागियों ने नशा मुक्ति हेतु संकल्प लिया। अंत में बीके निर्मला दीदी ने सभी अतिथियों एवं सहयोगियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और भविष्य में ऐसे आयोजनों की निरंतरता बनाए रखने की बात कही। वरिष्ठ अधिवक्ता केडी सिंह जी ने भी आभार व्यक्त किया और इस सम्मेलन को समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल बताया। इस न्यायिक न्याय विद महा सम्मेलन में जस्टिस मेरी राठी जी ने विभिन्न क्षेत्र के विद्वान अधिवक्ताओं का विशेष सम्मान किया जिसमें सामान्य श्री सुशील तिवारी जी लोकतंत्र सेनानी श्री बृहस्पति सिंहजी, केडी सिंह जी , सूर्यकांत मिश्रा जी श्री राजेंद्र तिवारी राजू जी श्री सूर्य प्रकाश जी प्रभात चंद द्विवेदी श्री बी एन तिवारी सहित जैनेंद्र तिवारी सहित बिना की विशिष्ट और सामान्य अधिवक्ताओं का सम्मानपत्र भेंट करके सम्मानित किया।
