
Rewa news ईडी ने आज मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, मंदसौर, जबलपुर और रीवा में एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई आबकारी विभाग में भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं को लेकर की जा रही है। ED ने भोपाल में पदस्थ तत्कालीन आबकारी उड़नदस्ता अधिकारी और वर्तमान में रीवा संभाग में पदस्थ आलोक खरे के ठिकानों पर छापेमारी की है। इसके साथ ही रीवा निवासी और जबलपुर में एसी के पद पर पदस्थ आबकारी अधिकारी संजीव दुबे भी जांच के दायरे में हैं।
यह मामला इंदौर जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय में वर्ष 2015 से 2018 के बीच हुए घोटाले से जुड़ा है। आरोप है कि सरकारी गोदाम से शराब निकालने के लिए 194 फर्जी बैंक चालान बनाए गए थे। इन चालानों के जरिए हजारों लीटर शराब गोदाम से निकालकर ठेकेदारों ने अपनी सरकारी दुकानों के जरिए बेच दी। शिकायत मिलने के बाद ईडी ने 2024 में मामले की जांच शुरू की।

अब आबकारी विभाग के अधिकारियों और शराब कारोबारियों के ठिकानों पर व्यापक कार्रवाई की जा रही है। हालांकि ईडी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह छापेमारी एक बड़े वित्तीय घोटाले से जुड़ी है, जिसमें आबकारी विभाग के अधिकारी और शराब कारोबारी शामिल हैं। यह कार्रवाई अभी भी जारी है और आने वाले दिनों में इस मामले से जुड़ी और भी जानकारियां सामने आ सकती हैं।