प्रदेश के साथ-साथ रीवा तथा शहडोल संभाग के सभी जिलों में राजस्व महाअभियान चलाया जा रहा है। रीवा संभाग के कमिश्नर गोपालचन्द्र डांड ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से रीवा तथा शहडोल संभाग में चलाये जा रहे राजस्व महाअभियान की समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी पूरी गंभीरता के साथ राजस्व अभियान संचालित करें।
अभियान के दौरान बी-1 का वाचन पूरा हो गया है। फौती नामांतरण के सभी प्रकरण दर्ज करें। अभियान के दौरान दर्ज सभी राजस्व प्रकरणों का 29 फरवरी तक अनिवार्य रूप से निराकरण करें। राजस्व अधिकारियों के मध्य प्रकरणों के निराकरण के लिए स्वास्थ्य प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। राजस्व प्रकरणों के निराकरण में संख्या और प्रतिशत के अनुसार श्रेष्ठ निराकरण करने वालों को सम्मानित किया जायेगा। सभी कलेक्टर अभियान की प्रतिदिन राजस्व अधिकारवार समीक्षा करें। अभियान के दौरान दर्ज प्रकरणों के साथ-साथ लंबित राजस्व प्रकरणों के निराकरण का प्रयास करें। अभियान की अवधि में फौती नामांतरण, अविवादित बटवारा, अविवादित सीमांकन, नक्शा तरमीम तथा खसरे में सुधार के सभी प्रकरणों का निराकरण अनिवार्य रूप से करें। प्रकरणों के निराकरण में अपने जिले को प्रदेश के टॉप टेन जिलों में शामिल करने के प्रयास करें।
कमिश्नर ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने शहडोल में आयोजित संभागीय समीक्षा बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्देश दिये थे। इनका पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करें। कलेक्टर तथा अन्य राजस्व अधिकारी क्षेत्र का नियमित भ्रमण करें। भ्रमण के दौरान अस्पताल, छात्रावास, स्कूल, आंगनवाड़ी केन्द्र, उचित मूल्य दुकान आदि का अनिवार्य रूप से निरीक्षण करें। निरीक्षण का प्रतिवेदन भी अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करें। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की सतत निगरानी के लिए इनका मौके पर निरीक्षण करें। अपने जिले की पर्यटन संवर्धन समिति को सक्रिय करें। दोनों संभागों में पर्यटन की अपार संभानाएं हैं। कमिश्नर ने कहा कि कलेक्टर तथा अन्य अधिकारी जनप्रतिनिधियों से सतत संवाद रखें। अपना सूचना तंत्र मजबूत रखें। क्षेत्र के प्रत्येक महत्वपूर्ण जानकारी राजस्व अधिकारी के पास होनी चाहिए।