Rewa news मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की बड़ी घोषणा, कई हजार करोड़ से विंध्य विकास को मिली रफ्तार
Rewa news रीवा में बुधवार को क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन का दावा है कि सम्मेलन में 4 हजार उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया। इसमें डालमिया ग्रुप, अडानी ग्रुप, बिरला ग्रुप, बालाजी ग्रुप के साथ ही पतंजलि जैसे बड़े नाम शामिल हुए। सम्मेलन में सीएम ने घोषणा की कि रीवा में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क बनाया जाएगा। संजय दुबरी नेशनल पार्क को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा। हेल्थ टूरिज्म को विकसित किया जाएगा। पतंजलि समूह के आचार्य बालकृष्ण ने कहा है कि पतंजलि शुरुआत में रीवा और विंध्य में 1000 करोड़ का निवेश करने जा रही है।
सीएम की अन्य घोषणाएं… – कंटेनर की दृष्टि से एक नहीं, बल्कि दो डिपो बनाए जाएंगे। एक सिंगरौली और एक कटनी में। – निर्यात सुविधा के लिए यहां से मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क भी बनाया जाएगा। सिंगरौली, सीधी, मऊगंज, मैहर में एमएसएमई के नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे।
रीवा और सतना में मौजूदा क्षेत्र के अलावा नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा। औद्योगिक क्षेत्र बैढ़न में 84 लाख रुपए की जलापूर्ति योजना होगी। स्वास्थ्य पर्यटन भी विकसित किया जाएगा। यह नया प्रयोग होगा। पर्यटन निवेश के लिए अलग से प्रावधान भी किए जाएंगे। अधिकारियों ने विभाग से जुड़ी जानकारी दी।
CM मोहन यादव ने कहा कि अधिकारियों ने कॉन्क्लेव में औद्योगिक विकास के लिए अपने विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया। ऊर्जा विभाग और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के अपर सचिव मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि रीवा से दिल्ली मेट्रो बिजली से चल रही है। हर जिले में सरकारी भवनों पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
अभी चुनाव का समय नहीं है। मैं पुनीत डालमिया से बात कर रहा था। मैं सीएम के रूप में बैठा हूं। मेरा हर अधिकारी भाषण दे रहा है। सीएस से लेकर पीएस तक। मैं भी आनंद ले रहा हूं। मंत्री बोल रहे हैं। उद्योगपति बोल रहे हैं।
सीएम ने कहा कि, एक बीज से पौधा निकलता है, इसकी कल्पना करें। पौधे को बढ़ने से पहले बीज को मिट्टी में दफ़न करना पड़ता है। उसका अस्तित्व मिटाना पड़ता है। अहंकार को दूर करना पड़ता है। हम एक परिवार हैं। कोई सीएम-अधिकारी नहीं है। सबको एक परिवार की तरह काम करना चाहिए।
सभी पीएस हिंदी में इतने अच्छे भाषण दे रहे हैं कि अगर आप उनके लिए प्रतियोगिता रखें, तो आपको पुरस्कार देना पड़ेगा। आज सभी बातचीत खुली और पारदर्शी है। यह मोदीजी का सपना है। कलेक्टर भी इस बात पर ध्यान देते हैं कि सरकार का मूड क्या है। चमत्कार अपने आप होते हैं। अगर हम अपनी क्षमता के अनुसार काम करेंगे, तो बदलाव होगा।