Psoriasis: पुरुषों को महिलाओं की तुलना में दोगुना खतरा, जानिए इसके लक्षण
Psoriasis: सोरायसिस एक ऐसी बीमारी है जिसका गहरा असर न केवल शरीर पर बल्कि मानसिक स्थिति पर भी पड़ता है। यह बीमारी सामाजिक कलंक और शारीरिक व मानसिक समस्याओं के रूप में देखी जाती है।
Psoriasis क्या है?
Psoriasis एक दीर्घकालिक त्वचा रोग है जिसमें त्वचा पर मोटे, लाल और पैपड़ीदार धब्बे बन जाते हैं। यह बीमारी त्वचा की कोशिकाओं के तेजी से बनने के कारण होती है। आमतौर पर कोहनी, घुटने, पीठ के निचले हिस्से और सिर के आस-पास के हिस्से प्रभावित होते हैं। यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें सूखी और पैपड़ीदार त्वचा कोशिकाओं का जमाव हो जाता है।
सोरायसिस के लक्षण
- खुजली या जलन: त्वचा पर खुजली या जलन की भावना।
- स्वollen नाखून: नाखूनों का सूखना और फटना।
- दरारदार त्वचा: त्वचा पर दरारें आना।
- लाल फफोले: त्वचा पर लाल फफोले बनना।
क्या Psoriasis का कोई इलाज है?
सोरायसिस एक त्वचा की बीमारी है जिसका कोई स्थायी इलाज नहीं है। यह एक निरंतर चलने वाली बीमारी है जिसे केवल नियंत्रित किया जा सकता है। दवाओं और जीवनशैली में बदलाव से इस स्थिति को प्रबंधित किया जा सकता है।
सोरायसिस का कारण
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, Psoriasis का कारण इम्यून सिस्टम में दोष होता है। इस बीमारी में इम्यून सिस्टम अत्यधिक सक्रिय हो जाता है और शरीर की अच्छी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। इससे त्वचा पर खुजली शुरू होती है और समय पर देखभाल न करने पर त्वचा पर क्रस्ट बनने लगता है। कभी-कभी घाव भी हो सकते हैं। सोरायसिस का संबंध वंशानुगत कारणों से भी हो सकता है।
सोरायसिस का सबसे ज्यादा असर कहाँ होता है?
डॉक्टरों के अनुसार, सोरायसिस का सबसे ज्यादा असर हाथों और पीठ पर होता है, और यह पूरे शरीर में फैल सकता है। यह बीमारी उम्र बढ़ने के साथ और भी खतरनाक हो जाती है। आप एक स्वस्थ आहार और डॉक्टर की सलाह के अनुसार त्वचा की देखभाल करके इसे नियंत्रण में रख सकते हैं।
सोरायसिस के दुष्प्रभाव
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, सोरायसिस मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। बीमारी के कारण व्यक्ति बाहर जाने और लोगों से मिलने से कतराता है। इससे आत्म-सम्मान में कमी और चिंता व अवसाद बढ़ सकते हैं।
सोरायसिस से बचने के तरीके
- त्वचा को सूखा न रखें: त्वचा को हमेशा नम रखें।
- खुजली की समस्या पर डॉक्टर से सलाह लें: अगर खुजली की समस्या हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
- शराब का सेवन न करें: शराब पीने से बचें।
- मॉइस्चराइज़र का उपयोग करें: त्वचा पर नियमित रूप से मॉइस्चराइज़र लगाएं।