पेंटियम प्वाइंट ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन में राष्ट्रीय युवा दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन…
रीवा। 12-01-2024
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था और बचपन में उनका नाम नरेंद्रनाथ दत्ता था। उनके द्वारा किए गए कार्यों और भारतीय दर्शन को वैश्विक पटल पर ले जाने वाले स्वामी विवेकानंद के जन्म-दिवस को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाए जाने की घोषणा के बाद से वर्ष 1984 से हर साल हम 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाते हैं।इसी संदर्भ मे आज शहर में स्थित पेंटियम पॉइंट ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के करहिया परिसर में राष्ट्रीय युवा दिवस,विवेकानंद जी की जन्म जयंती के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस संगोष्ठी में मुख्य रूप से डॉ आशुतोष द्विवेदी प्राध्यापक एवं चिकित्सा शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय रीवा,पेंटियम प्वाइंट ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के मुख्य प्रबंध संचालक एवं रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्य बी यन त्रिपाठी, भारती शर्मा वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता तथा रेड क्रॉस सोसाइटी की सदस्य मुख्य रूप से उपस्थित रही।
इस संगोष्ठी में मुख्य रूप से डॉ आशुतोष द्विवेदी प्राध्यापक एवं चिकित्सा शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय रीवा,पेंटियम प्वाइंट ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के मुख्य प्रबंध संचालक एवं रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्य बी यन त्रिपाठी, भारती शर्मा वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता तथा रेड क्रॉस सोसाइटी की सदस्य मुख्य रूप से उपस्थित रही। इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए डॉ आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि छात्र-छात्राओं को विवेकानंद जी के तरीके का आचरण तथा संस्कारवान बनने की जरूरत है, छात्र -छात्राओं में राष्ट्रीय चरित्र के निर्माण की बात भी उन्होंने संगोष्ठी के माध्यम से कहीं। महाविद्यालय की मुख्य प्रबंध संचालक ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से स्वामी विवेकानंद कहते थे, “अपनी आरामदायक (कंफर्ट जोन) से बाहर निकलो और अपने उद्देश्यों की प्राप्त के लिए प्रयास करके उसे प्राप्त करो उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए।” भारतीय शर्मा द्वारा छात्र -छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा गया कि स्वामी विवेकानन्द एक ऐसा नाम है, जिसे किसी भी प्रकार के परिचय की आवश्यकता नहीं है। वह एक प्रभावशाली व्यक्तित्व हैं, जिन्हें पश्चिमी दुनिया को हिंदू धर्म के बारे में जागरूक करने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने 1893 में शिकागो की धर्म संसद में हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व किया। स्वामी विवेकानन्द की जयंती के उपलक्ष्य में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। उन्होंने महाविद्यालय की इस प्रयास की भी सराहना की।महाविद्यालय के छात्र -छात्राओं द्वारा भी अपने विचार प्रकट किए गए।इस संगोष्ठी में मुख्य रूप से पेंटियम प्वाइंट ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के शैक्षणिक संचालक एसके त्रिपाठीuu,पेंटियम प्वाइंट टेक्निकल कॉलेज कि प्राचार्या डॉ सीमा शुक्ला,पेंटियम प्वाइंट टेक्निकल कॉलेज (कॉलेज ऑफ़ लॉ)के प्राचार्य डॉ पी एन शर्मा, पेंटियम प्वाइंट टेक्निकल कॉलेज ऑफ़ मैनेजमेंट की प्राचार्या डॉ मोना तिवारी, वरिष्ठ प्राध्यापक रवि प्रकाश गुप्ता, आशुतोष गुप्ता, डॉ सविता शुक्ला, डॉ राकेश तिवारी, विधि संभरकर,गिरीश भाई पटेल,अखिलेश मिश्रा, दीपक शुक्ला,रत्नेश मोहना मिश्रा,कोमल पाण्डेय,काजल पाण्डेय,देवांशी द्विवेदी आदि प्राध्यापक,सहायक प्राध्यापक तथा महाविद्यालय के सभी विभागों की छात्र एवं छात्र मुख्य रूप से उपस्थित रहे।