MP के किसानों को 5 रूपये में मिलेगी बिजली CM मोहन यादव का बड़ा ऐलान, मिलेगा 4 हजार प्रति हेक्टेयर प्रोत्साहन राशि

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के द्वारा मुख्यमंत्री निवास भोपाल में आयोजित ‘ किसान आभार सम्मेलन ‘ में सहभागिता कर प्रदेश के किसानों को लाभान्वित किया है. सीएम ने कहां अन्नदाताओं के श्रम से अन्न के हर दाने में प्रदेश की समृद्धि की गूंज है। उनके इस समर्पण को खुशहाली में बदलने के लिए हमारी सरकार ने गेहूं उपार्जन पर ₹175 अतिरिक्त बोनस देते हुए खरीदी मूल्य ₹2600 प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। साथ ही धान उत्पादक किसान भाई-बहनों को भी ₹4000 प्रति हेक्टेयर प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है। आगे कहा किसान कल्याण ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और उनके विकास के लिए हमारा संकल्प अटूट है।
मध्य प्रदेश के किसानों को 5 रुपए में स्थायी बिजली कनेक्शन मिलेगा। सीएम डॉ. मोहन यादव ने रविवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस योजना को सबसे पहले मध्य क्षेत्र में लागू किया जाएगा। इसके बाद इसका विस्तार पश्चिमी क्षेत्र में किया जाएगा। सीएम डॉ. यादव भोपाल में आयोजित किसान सम्मान आभार सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इस बजट में सरकार सोलर पंप के जरिए किसानों को बिजली के झंझट से मुक्ति दिलाने की योजना बना रही है। अगले तीन साल में 30 लाख सोलर पंप दिए जाएंगे। इससे दिन में भी बिजली मिलेगी।
सीएम ने कहा, भारत की साख बढ़ाने के लिए किसानों का जीवन खुशहाल और समृद्ध बनाना जरूरी है। उन्होंने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के कार्यकाल के बारे में कहा कि पहले लोग तार पकड़ते थे, लेकिन करंट नहीं लगता था। पहले गांवों में न तो बिजली थी और न ही सड़कें। शहरों में पीने का पानी, खेतों को पानी और उद्योगों को पानी मिल सकता था। लेकिन जब हम उज्जैन में सिंहस्थ के लिए नर्मदा का पानी मांगते थे, तो दिग्विजय सिंह ने विधानसभा में कहा था कि यह असंभव है। शिप्रा ऊंचाई पर है और नर्मदा नीचे है, इसलिए नहीं आ सकता। लेकिन आज नर्मदा-शिप्रा लिंक बन गया है।

कैबिनेट मंत्री ने कहा- विभाग के मंत्री को अखबार से पता चलता है फैसला
कार्यक्रम में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि सरकार किसानों के बारे में उनकी उम्मीदों से ज्यादा सोचती है। उन्होंने बताया कि जब बालाघाट की सभा में मुख्यमंत्री ने 2600 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं खरीदने की घोषणा की तो अधिकारी घबरा गए। फाइल में 2550 रुपए का प्रस्ताव था, लेकिन सीएम ने साफ कह दिया, ‘जो कहा है, कह दिया है।’ धान का दाम 4000 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया।
गोविंद सिंह ने यह भी कहा कि विभाग के मंत्री को बाद में अखबार से पता चलता है कि क्या फैसला हुआ है। सीएम ने कहा कि इस बार खरीदी के दौरान केंद्रों पर पानी और छाया की व्यवस्था की जाएगी, ताकि किसानों को गर्मी में कोई परेशानी न हो। खरीदी 15 मार्च से 5 मई तक होगी। जरूरत पड़ने पर मुख्यमंत्री आगे का फैसला लेंगे।