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Kolkata Rape-Murder Case: CBI जांच अंतिम चरण में, DNA सैंपल से बड़ा खुलासा

Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता के एक चर्चित रेप-मर्डर केस में CBI (केंद्रीय जांच ब्यूरो) की जांच अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। इस मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय को लेकर कई बड़े खुलासे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, मृतका और आरोपी संजय रॉय के डीएनए सैंपल मैच हो गए हैं, जो इस केस के लिए एक अहम मोड़ साबित हो सकता है।

क्या है मामला?

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या का मामला पिछले महीने सामने आया था। इस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। महिला डॉक्टर की इस दर्दनाक घटना ने न सिर्फ कोलकाता बल्कि पूरे भारत में आक्रोश पैदा किया। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने इसकी जांच CBI को सौंपी। अब CBI द्वारा की जा रही जांच अंतिम चरण में पहुंच गई है और इस केस में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं।

डीएनए सैंपल में हुआ बड़ा खुलासा

आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई इस घटना के बाद कई सबूत इकट्ठा किए गए, जिनमें डीएनए सैंपल भी शामिल थे। सूत्रों के अनुसार, मृतका और आरोपी संजय रॉय के डीएनए सैंपल का मिलान हो गया है। यह इस मामले में एक बड़ा और निर्णायक सबूत साबित हो सकता है। सीएफएसएल (केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला) के विशेषज्ञों ने डीएनए की विस्तृत प्रोफाइलिंग की है और इसे अन्य जब्त किए गए सबूतों के साथ भी मिलान किया गया है।

Kolkata Rape-Murder Case: CBI जांच अंतिम चरण में, DNA सैंपल से बड़ा खुलासा

हालांकि, विस्तृत रिपोर्ट तैयार होने में अभी थोड़ा और समय लगेगा। यह रिपोर्ट CBI को तब सौंप दी जाएगी जब डीएनए की एडवांस वैज्ञानिक जांच पूरी हो जाएगी। डीएनए रिपोर्ट के आधार पर, CBI आरोपी संजय रॉय के खिलाफ अन्य वैज्ञानिक परीक्षण भी कर सकती है ताकि मामले को पूरी तरह से साफ किया जा सके।

संजय रॉय के खिलाफ पर्याप्त सबूत

सूत्रों के अनुसार, अब तक की जांच में संजय रॉय इस मामले का मुख्य और एकमात्र आरोपी है। CBI के पास आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं। जांच के दौरान कई ऐसे साक्ष्य सामने आए हैं जो संजय रॉय को सीधे तौर पर इस घटना से जोड़ते हैं। डीएनए रिपोर्ट पहले ही CBI को मिल चुकी है और इसे अंतिम राय के लिए एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) भेजा गया था। एम्स के डॉक्टरों के पैनल ने डीएनए रिपोर्ट की गहनता से जांच की है और इस रिपोर्ट को जल्द ही CBI को भेज दिया जाएगा।

सिर्फ संजय रॉय ही मुख्य आरोपी

सूत्रों के अनुसार, एम्स की अंतिम राय आने के बाद CBI इस मामले की जांच को जल्द ही समाप्त कर सकती है। अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो चुका है कि इस घटना में केवल संजय रॉय ही शामिल था। इस केस में अन्य किसी व्यक्ति की भूमिका सामने नहीं आई है। इसके अलावा, CBI ने इस मामले में 100 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए हैं ताकि हर संभावित पहलू की जांच की जा सके।

10 से अधिक लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट

इस मामले की जांच के दौरान CBI ने कोई भी कसर नहीं छोड़ी है। सूत्रों के अनुसार, CBI ने 10 से अधिक लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट (झूठ पकड़ने वाली मशीन) भी कराया है। यह टेस्ट इसलिए कराया गया ताकि मामले में कोई भी छोटी से छोटी जानकारी छूटने न पाए। CBI की स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) के तहत पॉलीग्राफ टेस्ट किए गए, ताकि हर संदेह की पुष्टि की जा सके। इस जांच का मकसद यह सुनिश्चित करना था कि चार्जशीट में किसी भी अपराध के हिस्से को अधूरा न छोड़ा जाए।

CBI जांच का उद्देश्य

इस मामले में CBI की जांच का मुख्य उद्देश्य था कि हर संभावित एंगल से जांच की जाए। इस दौरान हर सबूत की बारीकी से जांच की गई, चाहे वह डीएनए सैंपल हो, गवाहों के बयान हों, या फिर अन्य फॉरेंसिक सबूत। CBI ने यह भी सुनिश्चित किया कि कोई भी जानकारी छूट न जाए और आरोपियों को सजा दिलाने के लिए पर्याप्त सबूत जुटाए जाएं।

क्या होगा अगला कदम?

सूत्रों के अनुसार, एम्स से अंतिम डीएनए रिपोर्ट मिलने के बाद CBI जल्द ही इस मामले की चार्जशीट दाखिल कर सकती है। यह चार्जशीट अदालत में पेश की जाएगी और इसके आधार पर आरोपी संजय रॉय के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि संजय रॉय ही इस मामले का मुख्य और एकमात्र आरोपी है।

जनता का आक्रोश

इस मामले के बाद कोलकाता और पूरे देश में जनता के बीच गुस्सा और नाराजगी है। महिला सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठे हैं और सरकार पर भी दबाव है कि इस तरह के अपराधों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाएं। लोगों की मांग है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

निष्कर्ष

कोलकाता के इस रेप-मर्डर केस में CBI की जांच अब अपने अंतिम चरण में है और कई अहम सबूत सामने आ चुके हैं। डीएनए सैंपल का मिलान और अन्य फॉरेंसिक जांच के आधार पर, यह स्पष्ट हो गया है कि संजय रॉय ही इस घटना का मुख्य आरोपी है। CBI की जांच से उम्मीद है कि आरोपी को जल्द से जल्द सजा मिलेगी और पीड़िता को न्याय मिलेगा।

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