Kerala: कंपनी से 5 सालों में 20 करोड़ रुपये चुराने वाली महिला अचानक गायब
Kerala: थ्रिस्सूर जिले में एक महिला अचानक गायब हो गई है, जिस पर 20 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। रिपोर्ट के अनुसार, यह महिला एक प्रमुख गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) में प्रबंधक के पद पर कार्यरत थी और अब इसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
आरोपी महिला की पहचान: धान्या मोहन
पुलिस ने आरोपी महिला की पहचान धान्या मोहन के रूप में की है। धान्या पिछले दो दशकों से इस कंपनी में काम कर रही थी। जब से उसकी गायब होने की सूचना मिली है, जांच में पता चला है कि वह 2019 से कंपनी में पैसे की हेराफेरी कर रही थी।
कंपनी के पैसे को रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर किया
पुलिस ने बताया कि धान्या मोहन कंपनी के पैसे को अपने ऑफिस से अपने रिश्तेदारों के निजी बैंक खातों में ट्रांसफर कर रही थी। उसके द्वारा की गई हेराफेरी के कारण कंपनी को बड़ा नुकसान हुआ है। पुलिस के मुताबिक, धान्या एक आलीशान जीवन जी रही थी और पिछले कुछ वर्षों में उसने कई संपत्तियां भी खरीदी हैं।
कंपनी का विस्तार और कुल संपत्ति
यह प्रमुख NBFC कंपनी, जिसका मुख्यालय केरल में स्थित है, देश के 28 राज्यों में 5,000 से अधिक शाखाओं के साथ काम कर रही है। कंपनी की कुल संपत्ति 40,000 करोड़ रुपये से अधिक है और इसमें 50,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।
पुलिस की कार्रवाई और कंपनी की स्थिति
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम गठित की है, जो धान्या मोहन की तलाश कर रही है। साथ ही, कंपनी भी इस मामले की आंतरिक जांच कर रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
कंपनी के अधिकारी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि एक लंबे समय से विश्वसनीय मानी जा रही कर्मचारी ने ऐसा घिनौना कार्य किया है। वे यह भी सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जो पैसे गबन किए गए हैं, उन्हें जल्द से जल्द वापस लाया जाए और दोषी को उचित सजा दिलाई जाए।
समाज में संदेश
इस घटना ने यह भी साबित कर दिया है कि चाहे कोई भी संस्था हो, सुरक्षा उपायों और निगरानी को मजबूत करना कितना महत्वपूर्ण है। कर्मचारियों की ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ-साथ आंतरिक नियंत्रण प्रणाली की मजबूती किसी भी संस्थान की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
धान्या मोहन की इस घिनौनी हरकत ने न केवल कंपनी की वित्तीय स्थिति को प्रभावित किया है, बल्कि इसने कर्मचारियों के प्रति विश्वास को भी आघात पहुँचाया है। पुलिस और कंपनी के अधिकारियों की उम्मीद है कि दोषी को जल्द पकड़ा जाएगा और न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।