कंगना की ‘Emergency’ को सेंसर बोर्ड से मिली हरी झंडी, कट्स के साथ होगी रिलीज
Kangana Ranaut की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘Emergency’ को सेंसर बोर्ड से बड़ी राहत मिल गई है। तमाम विवादों और चर्चाओं के बीच, सेंसर बोर्ड ने फिल्म को यूए (UA) सर्टिफिकेशन दे दिया है। इसका मतलब है कि अब यह फिल्म जल्द ही सिनेमाघरों में रिलीज हो सकेगी। हालांकि, इसके लिए फिल्म के निर्माताओं को पहले सेंसर बोर्ड द्वारा सुझाए गए कट्स और बदलाव करने होंगे।
सेंसर बोर्ड का फैसला और विवाद
‘Emergency’ फिल्म को लेकर शुरू से ही विवादों का सामना करना पड़ रहा था। यह फिल्म 1975 में लगे आपातकाल की पृष्ठभूमि पर आधारित है, जिसे भारतीय इतिहास की सबसे विवादास्पद घटनाओं में से एक माना जाता है। Kangana Ranaut, जो इस फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं, ने इस फिल्म के माध्यम से उस दौर की राजनीतिक परिस्थितियों को चित्रित किया है। लेकिन फिल्म के कुछ दृश्यों और संवादों को लेकर शिरोमणि अकाली दल और कई सिख संगठनों ने आपत्ति जताई थी और फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।
सेंसर बोर्ड की आपत्तियां और सुझाए गए बदलाव
‘द संडे एक्सप्रेस’ के अनुसार, सेंसर बोर्ड ने फिल्म में तीन मुख्य कट्स और बदलावों की सलाह दी है। कहा जा रहा है कि फिल्म के निर्माता मणिकर्णिका फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड ने 8 जुलाई को ही फिल्म को सेंसर बोर्ड के पास प्रमाणन के लिए जमा कर दिया था। इसके बाद, एक महीने के भीतर शिरोमणि अकाली दल और सिख संगठनों द्वारा फिल्म पर प्रतिबंध की मांग शुरू हो गई। इसके चलते, सेंसर बोर्ड ने फिल्म के निर्माताओं को 10 कट्स और बदलावों का सुझाव देते हुए एक पत्र भेजा।
हटाए जाने वाले दृश्य
सेंसर बोर्ड ने फिल्म के एक विशेष दृश्य को हटाने या बदलने का सुझाव दिया है। इस दृश्य में पाकिस्तानी सैनिकों को बांग्लादेशी शरणार्थियों पर हमला करते हुए दिखाया गया है। एक दृश्य में, एक सैनिक को एक बच्चे का सिर काटते हुए दिखाया गया है, जबकि दूसरे दृश्य में तीन महिलाओं का सिर काटते हुए दिखाया गया है। यह दृश्य सेंसर बोर्ड को बहुत ही संवेदनशील लगा, और उन्होंने इसे फिल्म से हटाने की सलाह दी है।
अन्य बदलावों की सलाह
सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कुछ अन्य बदलावों की भी सलाह दी है। इसमें एक नेता की मृत्यु पर भीड़ में किसी के द्वारा बोले गए अभद्र शब्दों को बदलने की बात कही गई है। इसके अलावा, फिल्म के एक संवाद में इस्तेमाल किए गए एक उपनाम को भी बदलने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही, सेंसर बोर्ड ने फिल्म में दिखाए गए शोध संदर्भ और आंकड़ों के तथ्यात्मक स्रोतों को स्पष्ट करने की सलाह दी है। इसमें बांग्लादेशी शरणार्थियों की जानकारी, अदालत के फैसलों के विवरण और ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ के आर्काइव फुटेज के उपयोग की अनुमति भी शामिल है।
‘Emergency’ की नई रिलीज डेट
Kangana Ranaut की ‘Emergency’ पहले 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी। लेकिन फिल्म पर हुए विवाद के कारण इसे सेंसर बोर्ड से प्रमाणन नहीं मिला और इसकी रिलीज को स्थगित करना पड़ा। अब सेंसर बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बाद उम्मीद है कि निर्माता जल्द ही फिल्म की नई रिलीज डेट की घोषणा करेंगे।
फिल्म ‘Emergency’ के महत्व और इसके प्रभाव
‘Emergency’ फिल्म भारतीय इतिहास के एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील दौर पर आधारित है। यह वह समय था जब देश में आपातकाल लगाया गया था, और इससे देश की राजनीति और समाज में बड़े बदलाव आए थे। Kangana Ranaut ने इस फिल्म के माध्यम से उस समय की राजनीतिक परिस्थितियों और उनके प्रभावों को बड़े पर्दे पर उतारने का प्रयास किया है। यह फिल्म न केवल भारतीय राजनीति के इतिहास को समझने में मदद करेगी, बल्कि यह दर्शकों को उस समय के अनुभवों और संघर्षों से भी रूबरू कराएगी।
Kangana Ranaut की प्रतिक्रिया
Kangana Ranaut, जो इस फिल्म की निर्माता और मुख्य अभिनेत्री हैं, ने सेंसर बोर्ड के फैसले पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि फिल्म की कहानी सच्चाई पर आधारित है और इसे सही तरीके से दर्शकों तक पहुंचाना उनका कर्तव्य है। उन्होंने यह भी कहा कि वे सेंसर बोर्ड द्वारा सुझाए गए बदलावों को लेकर पूरी तरह से सहमत हैं और जल्द ही इनपर काम करेंगे ताकि फिल्म जल्द ही रिलीज हो सके।
फिल्म का राजनीतिक और सामाजिक महत्व
‘Emergency’ फिल्म न केवल एक ऐतिहासिक कथा है, बल्कि यह वर्तमान राजनीति और समाज के लिए भी महत्वपूर्ण संदेश देती है। फिल्म के माध्यम से Kangana Ranaut ने दिखाने का प्रयास किया है कि कैसे सत्ता का दुरुपयोग और लोकतांत्रिक संस्थाओं का ह्रास एक देश के भविष्य को प्रभावित कर सकता है। यह फिल्म दर्शकों को एक महत्वपूर्ण समय की याद दिलाएगी जब देश ने अपने लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष किया था।
निष्कर्ष
‘Emergency’ फिल्म को सेंसर बोर्ड से मिली राहत के बाद यह साफ हो गया है कि फिल्म जल्द ही सिनेमाघरों में रिलीज हो सकती है। हालांकि, इसके लिए निर्माताओं को सेंसर बोर्ड द्वारा सुझाए गए कट्स और बदलावों को अपनाना होगा। फिल्म की नई रिलीज डेट का इंतजार अब सभी को है, और उम्मीद की जा रही है कि यह फिल्म एक बार फिर से राजनीतिक और सामाजिक हलचलों का केंद्र बनेगी। Kangana Ranaut की इस फिल्म से न केवल मनोरंजन की उम्मीद की जा रही है, बल्कि यह भी उम्मीद है कि यह फिल्म भारतीय इतिहास के एक महत्वपूर्ण दौर को बड़े पर्दे पर सजीव करेगी।