HiBox Scam: घर बैठे कमाई का लालच पड़ा महंगा, ठगों ने ऑफिस बंद कर लगाया चूना
एक बड़े निवेश घोटाले का मामला सामने आया है। HiBox ऐप को पिछले साल जुलाई में लॉन्च किया गया था। अब इस ऐप में निवेश करने वाले लोगों को ठगा गया है। ठगों ने कंपनी के ऑफिस को बंद कर दिया और फरार हो गए। लोग लगातार दिल्ली में शिकायतें दर्ज करा रहे हैं। चेन्नई और नोएडा स्थित कंपनी के कार्यालयों को नोटिस भेजा गया है।
घर बैठे कमाई का लालच लोगों के लिए महंगा साबित हुआ। मिस्ट्री बॉक्स में निवेश कर लोगों को ठगने के बाद HiBox ऐप को बंद कर दिया गया। पुलिस के अनुसार, इस ऐप को चलाने वाले आरोपी अपने ऑफिस और संपर्क नंबरों को बंद कर चेन्नई और ग्रेटर नोएडा से फरार हो गए हैं। ऐप के बंद होने पर 28 निवेशकों की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस तरह लोगों को फंसाया गया
डीसीपी आईएफएसओ हेमंत तिवारी ने बताया कि HiBox ऐप पर निवेशकों का विश्वास जीतने के लिए शुरुआत में रिटर्न दिए गए। लोग अपनी कमाई को बैंक खाते में भी निकालते रहे। लालच में आकर लोगों ने भारी मात्रा में निवेश करना शुरू कर दिया। जैसे ही बड़ी रकम जमा हो गई, साइबर ठगों ने ऐप को बंद कर दिया।
लाखों रुपये की ठगी
पिछले शुक्रवार को एक वकील ने लाखों रुपये की ठगी की शिकायत की थी, जिसमें 27 अन्य पीड़ितों ने भी हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद रविवार को सभी 28 पीड़ितों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई। किसी से दो लाख, किसी से पांच, 10, 15 और 20 लाख रुपये तक की ठगी की गई।
निवेशकों को नहीं मिला एक प्रतिशत भी रिटर्न
रविवार को खुलासा हुआ कि एक ही दिन में HiBox ऐप के जरिए धोखाधड़ी की 25 हजार शिकायतें प्राप्त हुईं। वर्तमान में यह संख्या इतनी नहीं है। ऐप पर किए गए दावे के अनुसार, निवेशकों को पिछले कुछ दिनों से एक प्रतिशत भी रिटर्न नहीं मिल रहा था। कस्टमर केयर से भी कोई जवाब न मिलने पर लोगों ने निवेश की गई राशि की वापसी की मांग शुरू कर दी।
चेन्नई और नोएडा ऑफिस को नोटिस भेजा गया
सभी को 31 अगस्त तक अपना पैसा वापस करने का समय दिया गया था, लेकिन पिछले हफ्ते ही ऐप बंद हो गया। इसके बाद लोगों को एहसास हुआ कि उनके साथ धोखा हुआ है। पुलिस ने HiBox ऐप की वेबसाइट को इंटरनेट मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म से तुरंत हटाने के लिए कहा है। साथ ही, ऐप के चेन्नई और ग्रेटर नोएडा स्थित कार्यालय के पते पर नोटिस भेजा गया है।
सभी साइबर पुलिस थानों से शिकायतें IFSO को स्थानांतरित होंगी
मंगलवार को IFSO मुख्यालय को इस संबंध में एक पत्र भेजेगा और जिले के सभी 15 साइबर सेल पुलिस स्टेशनों में HiBox ऐप के खिलाफ प्राप्त शिकायतों को उनके पास स्थानांतरित करने का अनुरोध करेगा। इसके बाद पता चलेगा कि पूरे दिल्ली में HiBox ऐप के जरिए कितने लोगों के साथ ठगी की गई है। यह भी पता चलेगा कि कितनी राशि की ठगी हुई है।
दो विदेशियों और एक भारतीय ने पिछले साल जुलाई में HiBox की शुरुआत की
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि चीन या ताइवान में रहने वाले दो विदेशी नागरिकों के साथ एक भारतीय ने पिछले साल जुलाई में HiBox ऐप लॉन्च किया था। देश में इसके दो कार्यालय खोले गए, पहला चेन्नई और दूसरा ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-126 में। ऐप में दी गई जानकारी के अनुसार, कंपनी का गठन 2016 में हुआ था। इसका कारोबार भी 400 करोड़ रुपये से अधिक बताया गया था।
HiBox एक फर्जी कंपनी है
घर बैठे पैसे कमाने का लालच देकर साइबर ठगों ने HiBox ऐप को कई प्रमुख हस्तियों द्वारा प्रमोट कराया। वीडियो आदि को इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से पोस्ट किया गया। लोग धोखा खा गए और निवेश करना शुरू कर दिया। पुलिस अधिकारी का कहना है कि HiBox एक शेल (फर्जी) कंपनी है, इसके सभी दस्तावेज और मालिकों के नाम व पते फर्जी हैं। जांच से पता चलेगा कि HiBox ऐप कौन चला रहा था।
यह है HiBox ऐप
पुलिस के अनुसार, लोगों को HiBox ऐप के माध्यम से मिस्ट्री बॉक्स खरीदने और कम से कम 300 रुपये का निवेश करने के लिए कहा गया। निवेश राशि लाखों रुपये तक जा सकती थी। निवेश की गई राशि को हर दिन एक प्रतिशत की दर से लौटाया जाता था। मिस्ट्री बॉक्स में क्या है, यह केवल तभी पता चलता जब इसे खरीदा और खोला जाता। एक बार जब निवेशक ने मिस्ट्री बॉक्स खरीदा, तो वह HiBox ऐप पर इसे लाभ के साथ बेच सकता था। मिस्ट्री बॉक्स से टीवी, फ्रिज, मोबाइल और कूलर जैसी विभिन्न प्रकार के उत्पाद निकलते थे।