बॉलीवुड से नाराजगी और Jaya Bachchan से प्यार, Kangana Ranaut का अनोखा अंदाज हुआ वायरल, पढ़ें उन्होंने क्या कहा
बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री और सांसद Kangana Ranaut अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहती हैं। कंगना हमेशा से बॉलीवुड के उन पहलुओं पर निशाना साधती आई हैं, जो उन्हें गलत लगते हैं। चाहे वह नेपोटिज्म हो, फिल्म इंडस्ट्री के भीतर की राजनीति हो या फिर अन्य मुद्दे, कंगना हमेशा खुलकर अपनी बात रखती हैं। लेकिन एक बॉलीवुड अभिनेत्री हैं जिनसे कंगना का खास लगाव है और जिनकी उन्होंने दिल खोलकर तारीफ की है। यह अभिनेत्री कोई और नहीं बल्कि Jaya Bachchan हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान कंगना ने कहा कि Jaya Bachchan ने बॉलीवुड में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए जो काम किया है, वह काबिले तारीफ है। कंगना ने यह भी कहा कि आज के दौर में भी Jaya Bachchan से ज्यादा आत्मसम्मान वाली महिला कोई नहीं है।
Jaya Bachchan को बताया बेहतरीन अभिनेत्री
Kangana Ranaut ने Jaya Bachchan की दिल खोलकर तारीफ की है। न्यूज़18 को दिए गए एक इंटरव्यू में कंगना ने कहा, “Jaya Bachchan जी बॉलीवुड की एक बेहतरीन अभिनेत्री रही हैं। इंडस्ट्री में उनकी छवि उच्च स्तर की है। लोग उन्हें एक त्वरित गुस्सा होने वाली महिला के रूप में जानते हैं, लेकिन मैं यह मानती हूं कि उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बहुत काम किया है। 70 के दशक में जब अभिनेत्री को धूप में काम करने की कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था, उस दौर में उन्होंने ‘गुड्डी’ जैसी फिल्में कीं और महिलाओं को सशक्त बनाने का संदेश दिया। आज भी Jaya Bachchan एक आत्मसम्मान से भरी हुई महिला हैं। जिस तरह से वह अपनी छवि को बनाए रखती हैं और राज्यसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराती हैं, वह बेहद प्रेरणादायक है। मुझे बेहद खुशी है कि Jaya Bachchan जैसी इंडस्ट्री की प्रतिनिधि हमारे संसद में अपनी राय रखती हैं।”
महिलाओं के सशक्तिकरण का प्रतीक
Kangana Ranaut ने Jaya Bachchan को न केवल एक अदाकारा बल्कि एक सशक्त नारी का प्रतीक बताया। कंगना के अनुसार, Jaya Bachchan ने अपने समय में जिन मुद्दों को उठाया और जिन फिल्मों के माध्यम से उन्होंने महिलाओं के संघर्ष को दर्शाया, वह उनके सशक्त व्यक्तित्व को दर्शाता है। ‘गुड्डी’ जैसी फिल्मों में Jaya Bachchan ने जिस तरह से एक साधारण लड़की के जीवन को पर्दे पर उतारा, वह उस दौर के समाज के लिए एक संदेश था। उन्होंने यह दिखाया कि महिलाएं केवल ग्लैमर और सौंदर्य की वस्तु नहीं हैं, बल्कि उनके अंदर भी आत्मसम्मान और संघर्ष की भावना है।
Jaya Bachchan का फिल्मी करियर और प्रभाव
Jaya Bachchan का फिल्मी करियर 1963 में सत्यजीत रे की फिल्म ‘महानगर’ से शुरू हुआ था। उस दौर में जब महिला अभिनेत्रियों को सशक्त किरदार निभाने का मौका कम ही मिलता था, Jaya Bachchan ने अपने बेहतरीन अभिनय से लोगों का दिल जीता। उन्होंने ‘अभिमान’, ‘मिली’, ‘शोले’, ‘सिलसिला’ और ‘कभी खुशी कभी ग़म’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया। अपने करियर में उन्होंने न केवल अपने अभिनय से बल्कि अपने सशक्त व्यक्तित्व से भी दर्शकों को प्रभावित किया। Jaya Bachchan का फिल्मी सफर एक मिसाल है कि किस तरह से एक महिला अपने आत्मसम्मान और प्रतिभा के बल पर इंडस्ट्री में अपनी जगह बना सकती है।
20 साल से स्क्रीन से दूर हैं Jaya Bachchan
यह जानकर शायद कुछ लोग हैरान हो सकते हैं कि Jaya Bachchan पिछले 20 सालों से फिल्मों से दूर हैं। Jaya Bachchan, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1963 में सत्यजीत रे की फिल्म ‘महानगर’ से की थी, ने अपनी एक्टिंग की अद्भुत प्रतिभा से बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई। 70 और 80 के दशक में उन्होंने एक के बाद एक सुपरहिट फिल्में दीं। लेकिन 90 के दशक में उन्होंने एक्टिंग से ब्रेक ले लिया। इसके बाद 2000 के दशक में वे करण जौहर और अन्य निर्देशकों की कुछ फिल्मों में नजर आईं। 2003 में आई ‘कभी खुशी कभी ग़म’ उनकी आखिरी फिल्म थी। तब से लेकर अब तक Jaya Bachchan ने बड़े पर्दे से दूरी बनाए रखी है।
संसद में सक्रिय भूमिका
फिल्मों से दूरी बनाने के बावजूद Jaya Bachchan का सार्वजनिक जीवन अभी भी काफी सक्रिय है। वे राज्यसभा सांसद के रूप में जनता की सेवा कर रही हैं और संसद में अपनी उपस्थिति दर्ज कराती रहती हैं। उनके बेबाक बयानों और सामाजिक मुद्दों पर स्पष्ट राय रखने के कारण वे हमेशा चर्चा में रहती हैं। कंगना ने इस पहलू पर भी Jaya Bachchan की तारीफ की और कहा कि वह जिस तरह से अपनी राय रखती हैं और आत्मसम्मान के साथ अपनी छवि बनाए रखती हैं, वह वास्तव में प्रेरणादायक है।
कंगना और Jaya Bachchan: एक अनोखा संबंध
हालांकि Kangana Ranaut ने अक्सर बॉलीवुड के कई सितारों पर निशाना साधा है, लेकिन Jaya Bachchan के प्रति उनका सम्मान साफ दिखाई देता है। कंगना ने कई बार बॉलीवुड की राजनीति और नेपोटिज्म के खिलाफ आवाज उठाई है, लेकिन Jaya Bachchan को उन्होंने हमेशा एक सशक्त महिला और बेहतरीन अभिनेत्री के रूप में सराहा है। Jaya Bachchan के सशक्तिकरण के संदेश और उनके आत्मसम्मान को कंगना ने एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया है।