सिंगरौली। विकास खंड चितरंगी अंतर्गत शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चितरंगी में प्रोजेक्ट छलांग टीम द्वारा बाल मेला का आयोजन किया गया। जिसमे ईएलएमएस स्पोर्ट फाउंडेशन प्रोजेक्ट छलांग के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर आकाश के निर्देशन में एव विनय के मार्गदर्शन आज 24 नवंबर 2023 को बाल मेला संपन्न कराया गया। बाल मेला कार्यक्रम के मुख्यातिथि तहसीलदार चितरंगी ऋषि नारायण सिंह एव विकास खंड शिक्षा अधिकारी एमएल सिंह शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य जगजीवन भारती शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य सत्यभान सिंह स्वच्छ भारत मिशन के समन्यवक एलके पांडेय एसडीओ मनरेगा संतोष कोल रामचंद्र सेवा समिति चितरंगी प्रोजेक्ट छलांग टीम के प्रोग्राम मैनेजर रजनीश साहू फिल्ड कोआडिनेटर चम्पिका सिंह नेहा सिंह हरिहर चतुर्वेदी पिरामल फाउंडेशन से शुभम सिन्हा,विक्की सहित शिक्षक स्टाप एव छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए रमाकांत पांडेय बाल मेला आयोजन में अतिथियों द्वारा माता सरस्वती जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर धूप दीप प्रज्वती करते हुए पूजा अर्चना किया गया।
प्रोजेक्ट छलांग के प्रोग्राम मैनेजर रजनीश साहू द्वारा संस्थागत परिचय में बताया गया की ईएलएमएस स्पोर्ट फाउंडेशन द्वारा चितरंगी विकास खंड अंतर्गत 50 शासकीय विद्यालयों में छात्रों के शारीरिक मानसिक एव बौद्धिक विकास के क्षमता वर्धन को बढ़ाने केलिए फिजिकल एजुकेशन का सेसन 40 मिनट एव स्पोर्ट एक्टिविटी 40 मिनट की संचालित है। जिसमे आज बाल मेला में छात्र छात्राओं द्वारा कुल 24 स्टॉल लगाया गया था। जो दुकानें लगी थी उसमे बच्चो द्वारा हस्तकला पर ज्यादा फोकस किया था । ड्राइंग पेंटिंग पानी पूरी इटली सांभर भजिया पापन एव विस्किट कुरकुरे जैसी खुबसूरती से सजाया गया। मुख्यातिथि तहसीलदार ने बच्चो को आशीर्वचन देते हुए बच्चो का उत्साह वर्धन किया और बताया की प्रोजेक्ट छलांग के टीम का जो प्रयास है बहुत अच्छा है।चितरंगी विकास खंड आकांक्षी एव आदिवासी बाहुल्य है। यहां पर काफी संभावनाएं है। हर क्षेत्र में प्रतिभा छुपी हुई है। बस शिक्षा ही एक मध्यम है की प्रतिभावान की खोज कर सकता है। और आज जो बाल मेला छात्रों द्वारा लगाया गया है। जिसमे मैं स्वयं स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल पर अपनी बीपी को चेक कराया। और बहुत अच्छा लगा की जब बच्चो में अभी से ही चिकित्सक बनने की सोच है तो जरूर समय आने पर देश समाज को अपना समय योगदान देते। सभी अतिथियों द्वारा बाल मेला में लगी दुकानों का अवलोकन किया और बच्चो द्वारा हस्तकला की बनाई हुई प्रिंटिन चित्रों का क्रय किया गया। और खाद्य पदार्थ बिक्री जम कर हुई।