बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने पर Brij Bhushan Sharan Singh बोले- कांग्रेस को एक दिन पछताना पड़ेगा

Brij Bhushan Sharan Singh: भारतीय कुश्ती के दिग्गज खिलाड़ी बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है। इस राजनीतिक कदम ने न केवल खेल जगत बल्कि राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है। भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता, Brij Bhushan Sharan Singh ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दावा किया है कि कांग्रेस को इस निर्णय का खामियाजा एक दिन भुगतना पड़ेगा।
कांग्रेस में शामिल हुए बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट
बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट, जो अपने खेल कौशल और संघर्षशीलता के लिए मशहूर हैं, अब राजनीति के मैदान में अपनी किस्मत आजमाने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस पार्टी ने दोनों खिलाड़ियों को अपनी पार्टी में शामिल कर न केवल उन्हें सदस्यता दी है, बल्कि पार्टी के भीतर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ भी सौंपी हैं। इससे हरियाणा में कांग्रेस को एक नया सियासी आधार मिल सकता है, जहां खेल और खिलाड़ियों को काफी सम्मान दिया जाता है।
Brij Bhushan Sharan Singh का आरोप: “यह सब एक राजनीतिक साजिश थी”
बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने पर Brij Bhushan Sharan Singh ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह कोई साधारण खेल आंदोलन नहीं था, बल्कि एक राजनीतिक साजिश थी जो 18 जनवरी को शुरू हुई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि इस साजिश की पूरी स्क्रिप्ट भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा ने लिखी थी। बृजभूषण ने दावा किया कि कांग्रेस शुरू से ही इस साजिश का हिस्सा थी और अब लगभग दो साल बाद यह साफ हो गया है कि कांग्रेस का इस नाटक में बड़ा हाथ था।
कुश्ती गतिविधियों पर सवाल
Brij Bhushan Sharan Singh ने बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट की खेल गतिविधियों पर सवाल उठाते हुए कहा, “हरियाणा ने खेल के क्षेत्र में भारत का नेतृत्व किया है, लेकिन उन्होंने पिछले 2.5 सालों से कुश्ती गतिविधियों को बंद कर दिया। क्या यह सच नहीं है कि बजरंग बिना ट्रायल के एशियन गेम्स में गए थे? मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूँ जो कुश्ती के विशेषज्ञ हैं। क्या एक दिन में किसी खिलाड़ी के लिए दो भार वर्गों में ट्रायल देना संभव है?”
उन्होंने आरोप लगाया कि “वजन करने के बाद 5 घंटे के लिए ट्रायल को रोका जा सकता है? आप धोखे से वहां पहुंचे थे, और भगवान ने आपको इसके लिए सजा दी है।”
“कांग्रेस को होगा पछतावा”
Brij Bhushan Sharan Singh ने अपने बयान में कहा, “मैंने बेटियों का अपमान नहीं किया है। अगर किसी ने बेटियों का अपमान किया है, तो वह बजरंग और विनेश हैं और जिसने यह स्क्रिप्ट लिखी, भूपेंद्र हुड्डा, वही इसके लिए जिम्मेदार हैं। अगर भाजपा मुझसे हरियाणा चुनाव में प्रचार के लिए कहेगी, तो मैं जरूर जाऊंगा। लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि कांग्रेस को इस निर्णय पर पछताना पड़ेगा।”
“साजिश की शुरुआत 18 जनवरी को हुई”
Brij Bhushan Sharan Singh ने दावा किया कि लगभग दो साल पहले 18 जनवरी को इन खिलाड़ियों ने साजिश की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा, “जब यह सब शुरू हुआ था, तो मैंने उसी समय कह दिया था कि यह एक राजनीतिक साजिश है। कांग्रेस इस साजिश में शामिल थी, और यह अब पूरी तरह स्पष्ट हो गया है। यह कोई खेल आंदोलन नहीं था, बल्कि एक राजनीतिक नाटक था।”
उन्होंने यह भी कहा कि जब विनेश फोगाट धरने पर बैठी थीं, तब देश को लगा था कि इसमें कुछ सच्चाई हो सकती है। इसलिए देश के कई लोग और विपक्षी पार्टियाँ उनके समर्थन में आ गई थीं। लेकिन भाजपा ने उनके खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया।
भाजपा का रुख और भविष्य की राजनीति
Brij Bhushan Sharan Singh का यह बयान न केवल खेल और राजनीति के बीच संबंधों को उजागर करता है, बल्कि आगामी चुनावों में भाजपा की रणनीति का भी संकेत देता है। हरियाणा में भाजपा का सियासी मुकाबला अब और भी दिलचस्प हो सकता है, खासकर तब जब कांग्रेस ने बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट जैसे प्रतिष्ठित खिलाड़ियों को अपने पाले में कर लिया है।
Brij Bhushan Sharan Singh का यह दावा कि कांग्रेस को इस फैसले पर पछताना पड़ेगा, राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का विषय बन गया है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए यह निर्णय किस तरह के परिणाम लेकर आता है।
निष्कर्ष
बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट का कांग्रेस में शामिल होना न केवल खेल जगत में बल्कि राजनीतिक क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण घटना है। यह कदम हरियाणा में आगामी चुनावों में कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, लेकिन जैसा कि Brij Bhushan Sharan Singh ने कहा, कांग्रेस को इस पर पछताना पड़ सकता है। राजनीति और खेल के इस मेलजोल ने आने वाले दिनों में कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनके जवाब भविष्य में मिलेंगे।