श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में मंगलवार को एक और चीते की मौत हो गई।
नामीबिया से लाए गए चीता ‘शौर्य’ ने दोपहर 3.17 बजे दम तोड़ दिया। इससे पहले चीतों की मॉनिटरिंग कर रही टीम ने सुबह 11 बजे जब उसे देखा तो वह अचेत हालत में था। टीम ने उसे ट्रैंकुलाइज कर सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) दिया। कुछ देर बाद उसे होश आया लेकिन कमजोरी बहुत थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद शौर्य की मौत के कारण का खुलासा होगा। कूनो में अब तक 7 चीते और 3 शावक मिलाकर यह 10वीं मौत है। यहां प्रोजेक्ट चीता के तहत सितंबर 2022 में 8 चीतों को नामीबिया से लाया गया था। इसके बाद फरवरी 2023 में 12 और चीतों को दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था।
चीता शौर्य अपने सगे भाई गौरव के साथ आया था। दोनों हमेशा एक साथ रहते थे, साथ शिकार करते थे। कुछ समय पहले दोनों की अग्नि और वायु चीते से भिड़ंत हुई थी। वे दोनों भी सगे भाई थे। इसमें अग्नि गंभीर रूप से घायल हो गया था। इसके बाद चीतों को बाड़े में बंद कर दिया गया था।